राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा के बीच यहां एक विधि महाविद्यालय की छात्रा से कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले को लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई है। बनर्जी ने मोइत्रा पर व्यक्तिगत टिप्पणी की है।पश्चिम बंगाल की श्रीरामपुर लोकसभा सीट से सांसद बनर्जी ने दावा किया कि कृष्णानगर की लोकसभा सदस्य मोइत्रा अपने हनीमून के बाद भारत वापस आ गईं और उन पर हमला करना शुरू कर दिया है।बनर्जी कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर मोइत्रा के ‘महिला विरोधी’ आरोप का जवाब दे रहे थे। श्रीरामपुर के सांसद ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने महिला विरोधी होने का आरोप लगाया है? वह क्या हैं? उन्होंने 40 साल की शादी तोड़कर 65 साल के व्यक्ति से शादी की…क्या उन्होंने महिला को ठेस नहीं पहुंचाई? देश की महिलाएं इसका फैसला करेंगी…।’’बनर्जी हाल में मोइत्रा की बीजू जनता दल (बीजद) के पूर्व सांसद पिनाकी मिश्रा से हुई शादी का जिक्र कर रहे थे। यह विवाद तब शुरू हुआ जब सामूहिक दुष्कर्म मामले पर बनर्जी की पूर्व टिप्पणियों की पार्टी सहित विभिन्न हलकों में तीखी आलोचना हुई।तृणमूल ने बनर्जी के बयान की निंदा की। इसके बाद बनर्जी ने बागी रुख अपनाते हुए पार्टी की स्थिति को खुले तौर पर खारिज कर दिया। बनर्जी ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘अगर एक दोस्त अपने दोस्त के साथ बलात्कार करता है, तो आप सुरक्षा कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं? क्या विद्यालयों में पुलिस होगी? यह छात्रों द्वारा एक अन्य छात्रा के साथ किया गया था। उसकी (पीड़िता की) सुरक्षा कौन करेगा?’’तृणमूल ने बनर्जी की टिप्पणियों से किनारा करते हुए कहा कि यह उनका निजी बयान है। इसके तुरंत बाद श्रीरामपुर से सांसद बनर्जी ने सवाल उठाया कि क्या पार्टी उन नेताओं का ‘‘ परोक्ष रूप से समर्थन’’ कर रही है जो ‘‘अपराधियों का बचाव कर रहे हैं’’। उन्होंने पार्टी के बयान से भी खुद को अलग कर लिया।उन्होंने कहा,केवल औपचारिक बयानों से कोई वास्तविक बदलाव नहीं आएगा, जब तक कि सीधे तौर पर जिम्मेदार नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती। इससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि 2011 के बाद उभरे कुछ नेता खुद ऐसे अपराधों को लेकर सवालों के घेरे में हैं।’’महुआ मोइत्रा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘भारत में महिलाओं के प्रति द्वेष रखने वाले पार्टी लाइन से परे हैं। तृणमूल कांग्रेस में जो बात अलग है वह यह है कि हम इन घृणित टिप्पणियों की निंदा करते हैं, चाहे वे कोई भी करे।’’ बनर्जी ने रविवार को पलटवार करते हुए दावा किया कि मोइत्रा 2011 में तृणमूल के सत्ता में आने के बाद पार्टी में शामिल हुई थीं। श्रीरामपुर के सांसद ने कहा, ‘‘मैं किसी भी महिला के प्रति प्रतिगामी मानसिकता या स्त्रीद्वेषी दृष्टिकोण रखने वाला अंतिम व्यक्ति होऊंगा।

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