- आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को केंद्रीय कोआर्डिनेटर बनाया गया, चार राज्यों का जिम्मा मिला
 - बसपा के अन्य केंद्रीय कोऑर्डिनेटरों की भी जिम्मेदारियां में किया गया बदलाव
 
अभयानंद शुक्ल, समन्वय सम्पादक ( लखनऊ) : बसपा संगठन में फिर एक बड़ा बदलाव किया गया है। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने हाल में पार्टी में बहाल किए गए अपने समधी अशोक सिद्धार्थ को भी पार्टी में जिम्मेदारी दे दी है। उनका ये निर्णय उनके बदले स्टैंड की ओर इशारा कर रहा है। और ये इस बात का सबूत है कि पार्टी में अब सब कुछ सामान्य हो रहा है। जो फैमिली ड्रामा पिछले दिनों चल रहा था, वह भी अब थमता दिख रहा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार सिद्धार्थ को केंद्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। उन्हें चार राज्यों छत्तीसगढ़, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और गुजरात में पार्टी को मजबूत करने को कहा गया है। पहले इस सेक्टर को जाट नेता रणधीर सिंह बेनीवाल देख रहे थे।
अन्य बदलावों में बेनीवाल को अब सेक्टर-चार का केंद्रीय कोआर्डिनेटर बनाया गया है, जिसे अभी तक डा. लालजी मेधांकर को दिया गया था। श्री मेधांकर को अब सेक्टर पांच का जिम्मा दिया गया है। अब तक सेक्टर पांच देख रहे पूर्व विधायक अतर सिंह राव अब सेक्टर छह की जिम्मेदारी संभालेंगे। सेक्टर छह की जिम्मेदारी अभी तक पूर्व विधायक धर्मवीर सिंह के पास थी। उन्हें क्या जिम्मा सौंपा गया है, इस बाबत कोई सूचना नहीं है। सेक्टर एक के प्रभारी पूर्व सांसद रामजी गौतम और सेक्टर दो के प्रभारी पूर्व सांसद राजाराम की जिम्मेदारियों को यथावत बनाए रखा गया है।
बसपा प्रमुख ने संगठन की दृष्टि से देश को छह सेक्टरों में बांटा है। सभी सेक्टरों के केंद्रीय कोआर्डिनेटरों के कार्यों की समीक्षा का काम मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद को सौंप रखा है। इस प्रकार पार्टी में साल की शुरुआत में शुरू हुए फैमिली ड्रामे का पर्दा गिरता जा रहा है, और विवाद भी समाप्ति की ओर है। पार्टी अभी बिहार विधानसभा चुनाव में बिजी है। उसके बाद फिर उसे उत्तर प्रदेश के 2026 के पंचायत चुनाव और बाद में 2027 के विधानसभा चुनावों की भी तैयारी करनी है।




































































































































































































































































































































































































































