राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : मुन्नी महेश मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वावधान में ग्राम अन्टा वचान में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास आचार्य राम शरण शास्त्री ने कृष्ण की बाल लीलाओं का मनोहारी वर्णन किया। कथा व्यास ने बाल लीलाओं के माध्यम से बताया कि माया का पर्दा बीच से हट जाने पर ईश्वर और जीव का मिलन होता है। उन्होंने कृष्ण की बाल लीलाओं को विस्तार से समझाते हुए कहा कि कृष्ण ने मथुरा में आतंक बने कालिया नाग का मान मर्दन की कथा सुनाई। उन्होंने देवताओं की परिक्रमा के विषय में बताया कि शास्त्रों के अनुसार देवी मां की एक, भगवान भास्कर की सात, गणेश जी की तीन, भगवान विष्णु की चार और शिव जी आधी परिक्रमा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा से सूरदास जी ने नेत्रहीन के बाद भी कृष्ण की लीलाओं को गाया । कृष्ण भक्ति मीरा नयन बंद कर भगवान को देखती थी । उन्होंने गोवर्धन भगवान का षोडशोपचार पूजन कराकर श्रद्धालुओं से कहा कि कथा में पूजित गोवर्धन की परिक्रमा लगाने से गोवर्धन की परिक्रमा लग जाती है। उन्होंने भगवान गोवर्धन की कथा को विस्तार से सुनाकर श्रृद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।

























































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































