
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क बरेली। विकास प्राधिकरण द्वारा बैंक्वट हॉल पर की गई सीलिंग की कार्रवाई को लेकर अब विरोध तेज होता जा रहा है। शुक्रवार को बैंक्वट हॉल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष गोपेश अग्रवाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचा और मंडलायुक्त से मुलाकात कर बीडीए की कार्रवाई पर आपत्ति जताई।प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि बीडीए द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के कार्रवाई की गई, जिससे न केवल बैंक्वट हॉल संचालक को आर्थिक क्षति हुई, बल्कि पहले से तय आयोजनों में भी बाधा उत्पन्न हुई। संगठन के पदाधिकारियों ने मांग की कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए और जिन बैंक्वेट हॉल्स की मानक पूरे हैं, उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए।शादी-विवाह जैसे आयोजनों के लिए वर्षों से संचालित हो रहे बारात घरों को सील की कार्रवाई न केवल व्यवसायियों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि इससे आम लोगों को भी भारी असुविधा हो रही है। एसोसिएशन ने यह भी कहा कि बीडीए की कार्रवाई से पहले ट्रैफिक और पार्किंग जैसी जमीनी समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। ज्ञापन में बताया गया कि अधिकतर बारात घर और बैंकट हॉल ऐसी सड़कों पर बने हैं, जहां चौड़ाई महज 3 से 5 मीटर है। इन स्थानों पर शादी समारोह के समय जब भारी भीड़ जुटती है, तो ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को परेशानी होती है।अध्यक्ष गोपेश अग्रवाल, सचिव सचिन गुप्ता और कोषाध्यक्ष लक्ष्मीकांत खत्री ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन से आग्रह किया कि ट्रैफिक प्रबंधन के लिए पहले से ही ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रमुख इलाकों में ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती हो और जहां पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, वहां वैकल्पिक समाधान तलाशा जाए। ज्ञापन देने बालों में गोपेश अग्रवाल, मोहम्मद आरिफ, अतीत गुप्ता, हरीश, अमित वर्मा , सचिन गुप्ता ,लईक खा ,देवेंद्र रत्ता, सुधीर गुप्ता आदि मौजूद रहे।