राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र के एक विधानसभा क्षेत्र सहित मतदाता सूची में अनियमितताओं के नए आरोपों से सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है, जिसमें विपक्षी दलों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की। विपक्षी राकांपा (सपा) ने कहा कि गांधी के आरोपों ने भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) की ईमानदारी पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है और चुनाव आयोग से इसकी स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है।महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मतदाता सूची में अनियमितताओं के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नए आरोपों को ‘‘पूरी तरह निराधार’’ बताते हुए खारिज कर दिया और उन्हें निर्वाचन आयोग में औपचारिक हलफनामा देने की चुनौती दी। राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर ‘‘वोट चोरों’’ और ‘‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’’ को बचाने का आरोप लगाया तथा कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि चुनाव से पहले कांग्रेस समर्थकों के वोट सुनियोजित तरीके से हटाए जा रहे थे।निर्वाचन आयोग ने आरोपों को ‘‘गलत और निराधार’’ तथा कहा कि ‘‘किसी भी वोट को ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति द्वारा हटाया नहीं जा सकता, जैसा कि गांधी ने गलत धारणा बनाई है।’’ उनके दावों के बाद सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है और विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की है।शिंदे ने बृहस्पतिवार देर रात यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र के साथ-साथ कर्नाटक, तेलंगाना और पंजाब में भी चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक के आलंद निर्वाचन क्षेत्र में उसी चुनाव प्रणाली के तहत जीत हासिल की थी जिस पर अब राहुल गांधी सवाल उठा रहे हैं। शिंदे ने पूछा, ‘‘जिस निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी ख़ुद विजयी हुई है, वहां वोट चोरी का आरोप कैसे लगाया जा सकता है?’’उन्होंने कहा, ‘‘अगर राहुल गांधी को चुनाव प्रक्रिया पर संदेह है, तो उन्हें चुनाव आयोग को हलफ़नामा देना चाहिए और उचित क़ानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए। उसके बाद ही उन्हें ऐसे गंभीर आरोप लगाने चाहिए।’’ उपमुख्यमंत्री ने आरोपों को ‘‘पूरी तरह से निराधार’’ बताते हुए कहा कि मतदाता सूची से किसी का नाम हटाने की प्रक्रिया सख्त है और इसे जल्दबाजी या मनमाने ढंग से नहीं किया जा सकता।उन्होंने कहा, ‘‘जब भी राहुल गांधी चुनाव हारते हैं, तो वह चुनाव प्रक्रिया की ईमानदारी पर संदेह जताते हैं और ईवीएम मशीनों, मतदाता सूचियों और यहां तक कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाते हैं।’’ राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए शिंदे ने कहा कि कांग्रेस नेता ने अपने संवाददाता सम्मेलन के दौरान ‘‘हाइड्रोजन बम गिराने’’ का इरादा जताया था, लेकिन वह ऐसा करना भूल गए।

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