- April 29, 2024
- kamalkumar
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गोला गोकर्णनाथ खीरी ज्योतिष गणना के अनुसार गुरु – शुक्र अस्त में विवाह आदि मांगलिक कार्य पूर्णतया वर्जित माने गये हैं। इसलिए गुरु शुक्र अस्त के कारण किसी भी पंचांगों में मई -जून के विवाह मुहूर्त नहीं दिए गए हैं शुक्र – गुरु ग्रह के अस्त होने पर विवाह नहीं होते विवाह मुहूर्त में गुरु और शुक्र अस्त का भी विचार किया जाता है अच्छा शुक्र भोग विलास का नैसर्गिक कारक है और दांपत्य सुख को दर्शाता है वहीं गुरु कन्या के लिए पति सुख का कारक है दोनों ग्रहों का शुभ विवाह हेतु उदय होना शास्त्र सम्मत है विवाह के लिए शुक्र व गुरु ग्रह का उदित रहना जरूरी है दोनों ग्रह विवाह के कारक हैं इनके अस्त रहने पर विवाह नहीं होते हैं पंचांग के अनुसार पं कमल किशोर मिश्र ने बताया कि 29 अप्रैल 2024 को शुक्र ग्रह रात्रि 11 बजकर 13 मिनट पर अस्त हो जाएगा जो 28 जून तक अस्त रहेगा 6 मई से गुरु ग्रह भी अस्त हो जाएगा जो 3 जून को उदित होगा परंतु शुक्र अस्त ही रहेगा इस कारण से मई व जून माह में विवाह व मांगलिक कार्य नहीं होंगे ज्योतिष में ग्रहों के राजा सूर्य के निकट जब कोई ग्रह एक तय दूरी पर आ जता है तो वह सूर्य ग्रह के प्रभाव से बलहीन हो जाता है। यही अवस्थ ग्रह का अस्त होना मानी जाती है. शुक्र चूंकि सुख, वैवाहिक जीवन, विलासता, विवाह, धन, ऐश्वर्य का कारक माने गए हैं ऐसे में शुक्र के अस्त होने पर मांगलिक कार्य में सफलता नहीं मिलती क्योंकि शुक्र अस्त अवस्था में कूपित होता है जिससे व्यक्ति को इसके शुभ फल प्राप्त नहीं होते यही वजह है कि शुक्र अस्त में शुभ काम की मनाही होती है।