राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क

गर्मी का मौसम अपने साथ कई तरह की चुनौतियां लेकर आता है. लू, डिहाइड्रेशन, पेट की समस्याएं और स्किन रिएक्शन। ऐसे में खानपान को लेकर लोग काफी सतर्क हो जाते हैं। खासकर कुछ चीजें जैसे बादाम, जिन्हें आमतौर पर हेल्दी माना जाता है, उनके सेवन को लेकर गर्मियों में कई सवाल उठते हैं। क्या गर्मियों में बादाम खाना सही है? क्या इससे शरीर को नुकसान हो सकता है? एक्सपर्ट्स का मानना है कि बादाम फायदेमंद जरूर है, लेकिन अगर इसे गलत तरीके से या ज्यादा मात्रा में खाया जाए, तो इससे कई परेशानियां भी हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि गर्मी में बादाम खाने के फायदे, नुकसान और सही तरीका क्या है।
गर्मियों में बादाम खाने के नुकसान
गर्म तासीर से शरीर में बढ़ती है गर्मी
बादाम की तासीर गर्म मानी जाती है, जिसका मतलब है कि यह शरीर के अंदर गर्मी उत्पन्न करता है। गर्मी के मौसम में जब बाहर का तापमान पहले से ही अधिक होता है, तब ऐसे खाद्य पदार्थ शरीर के तापमान को और बढ़ा सकते हैं। इससे शरीर में सिरदर्द, अत्यधिक पसीना आना, चक्कर आना, नींद न आना और थकावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कई बार यह गर्मी शरीर में हीट स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति भी पैदा कर सकती है।
फैट और कैलोरी में बढ़ोतरी
बादाम में मौजूद हेल्दी फैट आमतौर पर शरीर के लिए अच्छा होता है, लेकिन गर्मियों में ज्यादा बादाम खाने से शरीर में अनावश्यक कैलोरी और फैट जमा होने लगता है। यह न सिर्फ वजन बढ़ाता है बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी धीमा कर सकता है। गर्मियों में शरीर की पाचन क्षमता वैसे भी थोड़ी कम हो जाती है, ऐसे में ज्यादा कैलोरी इनटेक से वजन नियंत्रण में रहना मुश्किल हो जाता है और बार-बार भूख लगने की आदत भी बिगड़ जाती है।
पाचन तंत्र पर असर
बादाम में फाइबर की मात्रा अच्छी होती है, लेकिन सीमित मात्रा में। जब आप इन्हें अधिक मात्रा में खाते हैं तो यह पाचन तंत्र पर भारी पड़ सकता है। इससे पेट फूलना, गैस बनना, अपच, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। गर्मियों में पानी की कमी और पसीने के कारण शरीर पहले से ही डिहाइड्रेट रहता है, ऐसे में भारी फाइबर डाइट से शरीर पानी और ऊर्जा खोने लगता है, जिससे पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है।
थकान और कमजोरी
बादाम में मौजूद विटामिन-ई त्वचा और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसकी अधिकता से शरीर पर विपरीत असर भी हो सकता है। गर्मियों में बादाम अधिक मात्रा में लेने से शरीर में विटामिन-ई की मात्रा अधिक हो सकती है, जिससे मांसपेशियों में थकावट, नींद में बाधा, सिर भारी होना और कमजोरी महसूस हो सकती है। साथ ही कुछ लोगों को इससे डायरिया या दस्त जैसी समस्याएं भी घेर सकती हैं।
स्किन पर असर
गर्म तासीर वाले बादाम का सीधा असर त्वचा पर भी देखने को मिलता है। जिन लोगों की त्वचा पहले से संवेदनशील होती है, उन्हें चेहरे पर मुंहासे, स्किन एलर्जी, पसीने की खुजली और लाल दाने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। यह स्थिति तब और बिगड़ जाती है जब बादाम का सेवन बिना भिगोए किया जाए। इससे त्वचा की नमी खत्म होने लगती है और त्वचा की प्राकृतिक चमक भी धीरे-धीरे कम हो सकती है।
गर्मियों में बादाम खाने का सही तरीका
अगर आप गर्मियों में भी बादाम का सेवन करना चाहते हैं तो सबसे अच्छा तरीका है, भीगे हुए बादाम खाना। रात में 6दृ7 बादाम पानी में भिगो दें और सुबह छीलकर खाली पेट खाएं। भीगने के बाद बादाम में मौजूद गर्म तासीर कम हो जाती है और यह शरीर में जल्दी पचता है। भीगे हुए बादाम लिपेस एंजाइम छोड़ते हैं, जो वसा को तोड़ने और पचाने में मदद करता है। इससे शरीर को भरपूर पोषण भी मिलता है और गर्मी से जुड़ी समस्याएं भी नहीं होतीं।
कैसे भिगोएं बादाम
रात में 6-7 बादाम एक कटोरी पानी में भिगोकर रखें
कम से कम 10-12 घंटे तक भीगने दें
सुबह छिलका हटाकर खाली पेट खाएं
भीगे हुए बादाम से गर्मी कम हो जाती है, और इसमें मौजूद एंजाइम लिपेस पाचन को आसान बनाता है। इससे शरीर को न्यूट्रिशन तो मिलता है, लेकिन गर्मी नहीं होती।
गर्मियों में बादाम खाना पूरी तरह गलत नहीं है, लेकिन इसका सेवन सही तरीके से और सीमित मात्रा में किया जाए तो ही यह लाभकारी साबित होता है। भिगोकर खाएं, 6-7 से ज्यादा न खाएं और शरीर की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें।

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