#RahulGandhi, #BrownUniversity, #RamControversy, #VaranasiCourt, #MPMLACourt, #IndianPolitics, #BreakingNews, Rahul Gandhi court case image, Brown University event visuals, Ram controversy images, Varanasi court appearance photo, राहुल गांधी कोर्ट केस इमेज, ब्राउन यूनिवर्सिटी कार्यक्रम फोटो, भगवान राम विवाद फोटो, वाराणसी जिला जज कोर्ट दृश्य, Rahul Gandhi controversy, Rahul Gandhi Brown University remark, Rahul Gandhi Ram fictional statement, Varanasi MP MLA court hearing, Rahul Gandhi case latest update, Hindu sentiments case Rahul Gandhi, Harishankar Pandey petition, राहुल गांधी विवाद, राहुल गांधी ब्राउन यूनिवर्सिटी बयान, भगवान राम काल्पनिक विवाद, वाराणसी कोर्ट राहुल गांधी केस, MP MLA कोर्ट वाराणसी सुनवाई, राहुल गांधी धार्मिक बयान विवाद, हरिशंकर पांडेय याचिका,

“राहुल गांधी ब्राउन यूनिवर्सिटी विवाद में वाराणसी MP-MLA कोर्ट ने 18 दिसंबर को राहुल गांधी या उनके वकील की उपस्थिति का आदेश दिया है। भगवान राम को काल्पनिक बताने का आरोप लगने के बाद एडवोकेट हरिशंकर पांडेय की पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई जारी है। मामले की पूरी विस्तृत रिपोर्ट पढ़ें।”

वाराणसी। कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के कथित विवादित बयान पर वाराणसी के MP-MLA कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई, लेकिन राहुल गांधी उपस्थित नहीं हुए। कोर्ट ने अब 18 दिसंबर की अगली तारीख तय करते हुए कहा है कि राहुल गांधी या उनके अधिकृत वकील उपस्थित हों, ताकि मामले की मेरिट पर सुनवाई आगे बढ़ सके।

यह केस अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी में हुए एक इंटरैक्टिव सेशन में दिए गए उस बयान से जुड़ा है, जिसमें राहुल गांधी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने भगवान श्रीराम के अस्तित्व को “पौराणिक” और “काल्पनिक युग की कहानी” बताया। यह बयान कथित तौर पर 21 अप्रैल 2025 को दिया गया था।

आरोप क्या है?

एडवोकेट हरिशंकर पांडेय ने अदालत में दावा किया है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी लगातार सनातन धर्म के प्रतीकों, अवतारों और भगवान राम के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी कर हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रहे हैं। पांडेय ने आरोप लगाया—
“राहुल गांधी भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचा रहे हैं। वे ‘राम द्रोही’ हैं।”

कोर्ट की प्रक्रिया और केस का इतिहास

12 मई: पहली याचिका दायर

17 मई: MP-MLA कोर्ट ने परिवाद खारिज किया

26 सितंबर: जिला जज कोर्ट में पुनरीक्षण याचिका दाखिल

अब: पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई जारी

जिला जज संजीव शुक्ला की अदालत ने कहा कि अगली तारीख पर पक्षकार उपस्थित रहें ताकि केस की मेंटेनिबिलिटी पर बहस हो सके—यानि यह तय हो सके कि राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा चलाया जाए या नहीं।

राहुल गांधी का तर्क क्या है?

राहुल गांधी ने ब्राउन यूनिवर्सिटी में कहा था कि भारतीय परंपरा के पौराणिक चरित्र क्षमाशील और दयालु थे। उन्होंने आरोप लगाया कि BJP का दृष्टिकोण हिंदू धर्म का नहीं, बल्कि नफरत फैलाने वाला है। इस बयान को याचिकाकर्ता हिंदुओं का अपमान मानते हैं।

राहुल गांधी का राजनीतिक बैकग्राउंड (संक्षेप में)

जन्म: 19 जून 1970

पिता: राजीव गांधी | माता: सोनिया गांधी

संपत्ति: ₹20 करोड़+

सांसद: अमेठी (2004-2014), वायनाड (2019), रायबरेली (2024)

कांग्रेस अध्यक्ष: 2017

भारत जोड़ो यात्रा: 2022-23 (4080 KM)

भारत जोड़ो न्याय यात्रा: 2024 (6700 KM)

इस राजनीतिक पृष्ठभूमि की वजह से यह केस राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है।

“देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए ‘राष्ट्रीय प्रस्तावना’ के साथ जुड़े रहें। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए लगातार हमारे साथ बने रहें।”

विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *