राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क खीरी : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने के मूल्य में 30 रुपए प्रति कुंतल की बढ़ोतरी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने नाराजगी जताई है। संगठन के जिला अध्यक्ष कुलवंत सिंह जोशन ने कहा कि यह बढ़ोतरी किसानों की उम्मीदों और बढ़ती खेती की लागत के मुकाबले बेहद कम है। उन्होंने कहा कि डीजल, खाद, बीज, मजदूरी और कीटनाशक जैसी चीज़ों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे गन्ने की खेती महँगी हो चुकी है। ऐसे में सिर्फ 30 रुपए की बढ़ोतरी से किसानों को कोई राहत नहीं मिलेगी। उन्होंने मांग की कि गन्ने का मूल्य कम से कम 450 रुपए प्रति कुंतल तय किया जाए, तभी किसान सम्मानपूर्वक अपना जीवन यापन कर सकेंगे। जोशन ने कहा कि हरियाणा में रिकवरी दर कम होने के बावजूद किसानों को अधिक मूल्य दिया जा रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को लगातार उपेक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसान प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, लेकिन सरकार उनकी मेहनत का सही मूल्य देने में नाकाम रही है। भाकियू ‘अराजनैतिक’ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो संगठन आंदोलनात्मक रूप से संघर्ष को और तेज करेगा।











































































































































































































































































































































































































