
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ
आतंकवाद और कट्टर धार्मिक विचारधारा से उपजा पाकिस्तान किसी भी भरोसे के काबिल नहीं है। भारत में स्वतंत्रता के बाद से बुद्ध की शांति के सिद्धांतों के अनुरूप हमेशा शांति बनाए रखने का प्रयास किया है और पूरे विश्व को सदैव शांति का संदेश दिया है। बुद्ध के देश भारत में अशांति का माहौल भारतीय सरकार और भारतीय सेना कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। यह स्पष्ट संदेश पड़ोसी पाकिस्तान के साथ-साथ बांग्लादेश, चीन और पूरे विश्व को दे दिया गया है। जब-जब पाकिस्तान ने भारत में अशांति पैदा करने का प्रयास किया है तब तब पाकिस्तान को हमेशा मुंह तोड़ जवाब ही मिला है और उसके बाद पाकिस्तान हमेशा क्षमा याचना की प्रार्थना करता रहा है। अब 22 अप्रैल को उसने पहलगाम में 27 निर्दोष भारतीयों की हत्या करके बुद्ध के देश भारत को उद्वेलित कर दिया भारत ने उसे घर में घुस के मारने का प्रण लिया और भारत में 23 मिनट में उसके 9 आतंकवादी केंद्रों को तहस-नहस कर दिया इसके अतिरिक्त भारत की वायु सेना ने पाकिस्तान के 9 वायु सैनिक अड्डों को तबाह एवं नेस्त नाबूत कर दिया है। भारत ने पहलगाम में हुई हत्याओं के जवाब में पाकिस्तान के लगभग 100 आतंकवादियों को मार गिराया इसके अलावा उसके 40 सैनिक मारे गए। भारत ने लगभग 9 कुख्यात आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया है। भारत में 9 और 10 तारीख को ताबड़तोड़ हवाई हमले किए एवं पाकिस्तान को घुटनों पर लाकर रख दिया। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के सक्षम प्राधिकारियों से निवेदन कर युद्ध विराम के लिए निवेदन किया है जिसे भारत ने अपनी शर्तों पर स्वीकार कर लिया। सीजफायर के तुरंत बाद पाकिस्तानियों ने कश्मीर और राजस्थान में युद्ध विराम का उल्लंघन कर अपने ड्रोन से नागरिकों के रिहायशी इलाकों में आक्रमण किया जिसे भारत की वायुसेना में नाकाम कर दिया है। भारत सदैव शांति का पक्षधर रहा है एवं उसने पूरे विश्व में शांति का संदेश दिया पर हमारा आतंकवादी पड़ोसी पाकिस्तान अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आ पाया है अब उसकी कमर टूट चुकी भारत की वायु सेना, थल सेना एवं जल सेना ने लाहौर कराची इस्लामाबाद एवं पाकिस्तान के हर क्षेत्र में इतने ताबड़तोड़ हमले किए कि पाकिस्तान के हुक्मरान और वहां की सेना लगभग रोने लग गई और युद्ध विराम की याचिका करने लगी है। पाकिस्तान के पुराने इतिहास को देखा जाए तो वह हमेशा धोखेबाजी,मक्कारी और आतंकवादी गतिविधियों से कभी बाज नहीं आया है। ऐसे में पाकिस्तान पर भारत कैसे विश्वास कर सकता है और इसी के फल स्वरुप माननीय प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि अब गोली के बदले गोल दागा जाएगा और यदि युद्ध विराम का उल्लंघन होगा तो इसे एक्ट आफ वार ही माना जाएगा इसका स्पष्ट मतलब है कि यदि पाकिस्तान किसी भी आतंकवादी को भारत में आक्रमण करने भेजेगा तो इस युद्ध की स्थिति मानकर उस पर वार किया जाएगा। सेना के सुप्रीम कमांडर ने भारत के तीनों सैनिक कमांडरों को पाकिस्तान पर सीजफायर के उल्लंघन की स्थिति में आक्रमण करने की खुली छूट दे दी है। भारत ने पाकिस्तान एवं तुरकियों से बने लगभग 400 ड्रोन को निष्फल कर दिया है और एलओसी पर आक्रमण कर लगभग 40 सैनिकों को मार गिराया। पाकिस्तान के दो युद्ध के बड़े हवाई जहाज को आक्रमण करके नष्ट कर दिया एवं उनके पायलट को अपने कब्जे में ले लिया है। विचारणीय प्रश्न यह है कि भारत कब तक अपने पड़ोसी देश को माफ करते जाएगा आज सीज फायर तो हो गया है पर कल फिर पाकिस्तान अपनी करतूतों के कारण भारत पर कहीं ना कहीं से आक्रमण जरूर करेगा ऐसे में भारत को पुनः आक्रमण कर उसे सबक सिखाना पड़ेगा। अब युद्ध विराम की स्थिति में भारत और पाकिस्तान की डीजीएमओ बैठकर समझौता करने की तैयारी कर रहे हैं तो इसमें भारत का स्पष्ट रूख है कि पाकिस्तान अपने देश में पल रहे आतंकवादियों को भारत को सौंप दें और पाक अधिकृत कश्मीर को भी भारत को सौंपना पड़ेगा इसके अलावा सिंधु जल समझौता निलंबित रहेगा तथा पाकिस्तानियों को भारत प्रवेश में मनाही रहेगी। इन शर्तों में पाकिस्तान सहमत होता है तो भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत होगी और भारत पहलगाम में दिवंगत 27 निर्दोष नागरिकों की मृत्यु का बदला पूरा होगा। उल्लेखनीय की भारत के प्रधानमंत्री तथा फौजी के कमांडरों ने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान तथा पूरे विश्व को बता दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय सेना पाकिस्तान की सीमा पर प्रवेश नहीं किया है पर भारत से ही भारतीय वायु सेना ने भारत के भीतर से ही पाकिस्तान के वायु सैनिक अड्डों तथा आतंकवादी ठिकानों को बर्बाद कर दिया है। यह बात पाकिस्तान बहुत अच्छे से जानता है की जिस देश में खाने के लिए अनाज आटा और रोटी नहीं है वह भारत जैसे सक्षम देश से युद्ध करने की स्थिति में बिल्कुल नहीं है और यदि वह युद्ध करता है तो अपनी मौत स्वयं आहुत करने जैसी स्थिति होगी। भारतीय सेना के प्रवक्ताओं ने बताया है कि भारत नें जो सटीक अनुशासित और युद्ध को विस्तारित न करने वाली नीति पर आक्रमण किया है वह उसे पर कायम रहेगा किंतु यदि पाकिस्तान फिर से भारत पर आतंकवादी हमला या युद्ध करने की स्थिति में आएगा तो इस बार पाकिस्तान को समूचा नष्ट कर दिया जाएगा और उसके चार टुकड़े कर दिए जाएंगे ।इसके अलावा पाकिस्तान वैश्विक परिदृश्य से अदृश्य होने की स्थिति में आ जाएगा। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 10 और 11 में की रात में संघर्ष विराम और हवाई क्षेत्र में उल्लंघन पर पश्चिमी सीमा के कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी सेना प्रमुख ने डीजीएमओ से वार्ता से बनी सहमति की किसी भी उल्लंघन की स्थिति में तोडी तो जवाबी कार्रवाई के लिए सभी कमांडरों को पूर्ण अधिकार सौंप दिए गए हैं। पाकिस्तान को अब मुस्लिम देशों का समर्थन भी नहीं मिल रहा है उसे केवल चीन और तुर्की ने हीं समर्थन दिया है एवं फौजी सामान मुहैया कराया है। पाकिस्तान चारों तरफ भीख की गुहार लगा रहा है भारत से तनाव तथा युद्ध के बीच उसने सिंधु जल संधि सस्पेंड करने के मामले में विश्व बैंक से गुहार लगाई थी पर यहां पर भी एक बार फिर उसे मुंह की खानी पड़ी विश्व बैंक ने शुक्रवार को कहा की विश्व बैंक संगठन जलसंधि में महज एक मध्यस्थ है और वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकता है। पाकिस्तान इतना मक्कार देश है कि उसने भारत के नागरिक क्षेत्र में ड्रोन से हमला करने की कोशिश की जिसे भारतीय सेना ने नाकाम तो किया ही इसके साथ ही जब भारतीय सेना पाकिस्तान पर आक्रमण कर रही थी तब पाकिस्तान ने पाकिस्तानी नागरिक विमान को ढाल बनाकर भारत के सामने खड़ा कर दिया था पर भारत ने मानवता दिखाते हुए इन नागरिक विमान को बचाते हुए पाकिस्तान के एयर बेस कैंप में हमला कर उसे पूरी तरह नष्ट कर दिया था। वर्तमान परिदृश्य में अब जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की वार्ता चल रही है ऐसे में पाकिस्तान जैसे धोखेबाज देश पर विश्वास किया जाना बहुत कठिन है क्योंकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नियंत्रण से पाकिस्तान सेना पूरी तरह बाहर है पाकिस्तान की सेना के जनरल असीम मुनीर एक निरंकुश सैनिक तानाशाह की तरफ व्यवहार कर रहे हैं और पाकिस्तान के हुक्मरांनों के किसी भी आदेश का पालन करना सुनिश्चित नहीं करते हैं। ऐसे में युद्ध विराम का टिकना बहुत कठिन दिखाई देता है। भारत को पूरे आतंकवाद और झगड़े की जड़ वहां के सेना प्रमुख असीम मुनीर को ही खत्म कर देना चाहिए तब जाकर ही पाकिस्तान पूरी तरह भारत के नियंत्रण में आ पाएगा।