
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ । राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में सोमवार को बड़े भाई ने छोटे भाई को मार डाला। दोनों शराब के नशे में थे। किसी बात को लेकर विवाद हुआ। बात इतनी बढ़ी कि बड़े ने छोटे का गला दबा दिया। कुछ ही देर में छोटे की जान चली गई। घटना जानकीपुरम इलाके की सुबह करीब 7.30 बजे की है। जानकीपुरम के सेक्टर-6 निवासी अमित मिश्रा (35) ने शराब के नशे में अपने छोटे भाई रवि मिश्रा (20) की गला दबाकर हत्या कर दी। शोर-शराबा सुनकर मोहल्ले के लोग इकट्ठा हो गए। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मृतक के पिता राम लखन दवा की दुकान पर काम करते हैं। मौत की सूचना के बाद घर में जो भी पहुंच रहा है, उससे मां बड़े बेटे को बचाने की गुहार लगा रही हैं। वह सबसे रोते हुए कहती हैं कि मेरे बड़े बेटे को बचा लो। उसने अपने भाई की हत्या नहीं की। यह दोनों के बीच मारपीट के दौरान हुआ हादसा है। एक की जान गई, दूसरा जेल जाएगा तो क्या करूंगी?डीसीपी उत्तरी गोपाल कृष्ण चौधरी के मुताबिक, नशेबाजी के विवाद में बड़े भाई ने छोटे की हत्या की है। रवि की मां की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। आरोपी भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं, जानकीपुरम इंस्पेक्टर विनोद कुमार तिवारी ने बताया कि दो भाइयों में शराब के नशे में विवाद हुआ है। झगड़े में एक भाई की जान चली गई। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। रवि उर्फ अनुज की मौत पर मां निर्मला कहती हैं- उसकी नशेबाजी से पूरा परिवार परेशान था। नशे के पैसे के लिए वह कुछ भी करता था। दबाव बनाने के लिए घर में तोड़फोड़ और मारपीट शुरू कर देता। रविवार रात को उसने मोबाइल तोड़ दिया। घर के बिजली के कनेक्शन का केबल तक तोड़ डाला। जब भी घर आता तो नशे में आता और छोटी-छोटी बात पर विवाद करता। खाना पसंद न आने पर हंगामा करता। पिछले दिनों गैस सिलेंडर छत से फेंक दिया। नीचे कोई होता तो बड़ा हादसा हो जाता। उसकी इन्हीं हरकतों के चलते पड़ोसी और नाते-रिश्तेदार तक दूरी बनाए थे। कई बार दुकानों पर पति और बड़े बेटों ने काम दिलाया, लेकिन वह कहीं नहीं टिका। मां निर्मला कहती हैं कि छोटे की नशेबाजी के विरोध में यह दुर्घटना हो गई। हत्यारोपी बेटा अमित उर्फ बाला घर पर ज्यादा नहीं रहता है। वह मड़ियांव स्थित पप्पू रेडीमेड की दुकान पर सेल्समैन है। वहीं रहता है, कल रात को ही बेटी के आने पर घर आया था। वह पांच साल पहले पत्नी के छोड़कर जाने के बाद से टूटा हुआ है, लेकिन घर की जिम्मेदारी नहीं छोड़ी। नौकरी करके घर चलाने में मदद करता है। लोग इसको हत्या कह रहे हैं, जबकि यह मारपीट में हादसा है। मेरे बेटे को बचा लो, कब तक छूटेगा..बता दो। दोनों भाइयों के बीच सुबह हाथापाई शुरू हो गई। इस बीच रवि का सिर बेड से टकरा गया। सिर से खून निकलने लगा। उसके बाद दोनों में मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान अमित ने छोटे भाई रवि का गला दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की बहन नेहा तिवारी ने बताया कि घटना के वक्त घर में मां (निर्मला) थीं। वह, पिताजी और मझला भाई राहुल छत पर थे। नीचे लड़ाई सुनकर सब दौड़कर उतरे। आते तक में रवि की मौत हो चुकी थी, उसका शव पड़ा था।