राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
आजकल का समय तेजी से बदल रहा है। डिजिटल युग में मोबाइल और टीवी बच्चों की जिंदगी का बड़ा हिस्सा बन गए हैं। ऐसे में बहुत से बच्चे बिना स्क्रीन देखे खाना ही नहीं खाते। यह आदत उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। स्क्रीन के सामने खाना खाने से बच्चों का ध्यान खाने की तरफ नहीं होता जिससे वे या तो बहुत ज्यादा खा लेते हैं या बहुत कम और दोनों ही स्थिति उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती। कई माता-पिता इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि बच्चों को सुबह उठकर सबसे पहले क्या खिलाया जाए जिससे उन्हें सही पोषण मिल सके और उनका दिन अच्छे से शुरू हो। चलिए जानते हैं कि सुबह-सुबह बच्चों को क्या खाना देना चाहिए जिससे उनका शरीर और दिमाग दोनों मजबूत बनें।
सुबह का नाश्ता क्यों होता है जरूरी?
शोधो के अनुसार, बच्चों के लिए सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी होता है क्योंकि यह पूरे दिन की एनर्जी का स्रोत बनता है। सही नाश्ता बच्चों को दिनभर एक्टिव और ताजगी से भरा रखता है। सुबह उठने के बाद बच्चे का शरीर और मस्तिष्क दोनों ही ऊर्जा के भूखे होते हैं। अगर उन्हें सही और संतुलित नाश्ता मिलता है तो वे दिनभर एक्टिव, ध्यान केंद्रित और स्वस्थ बने रहते हैं।
संतुलित नाश्ता क्यों है जरूरी?
सुबह के समय शरीर को ब्लड शुगर की जरूरत होती है ताकि दिमाग सही से काम कर सके। अगर बच्चों को ऐसा नाश्ता दिया जाए जिसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और अच्छे कार्बोहाइड्रेट्स हों, तो यह उनके मानसिक और शारीरिक विकास में बहुत मददगार होता है। संतुलित नाश्ता बच्चों को सिर्फ तात्कालिक एनर्जी ही नहीं देता, बल्कि उनका इम्यून सिस्टम भी मजबूत करता है और उन्हें बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है।
नाश्ते में क्या-क्या शामिल करें?
दूधरू दूध बच्चों के लिए प्रोटीन और कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत होता है। यह हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। अगर बच्चा दूध पीने में आनाकानी करता है, तो उसमें हल्का सा शहद या हल्दी मिलाकर दिया जा सकता है।
दही और फलः दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स बच्चों की पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं। इसके साथ अगर आप कटे हुए फल जैसे केला, सेब या पपीता मिलाएं तो यह एक बहुत हेल्दी कॉम्बिनेशन बन जाता है। यह फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है।
अंडाः अंडा प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसमें विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होते हैं जो बच्चों के दिमागी विकास में मदद करते हैं। अंडा उबला हुआ, आमलेट या फिर हल्के मसाले में बना हुआ दिया जा सकता है।
फ्रेश फल और स्मूदीरू स्वाद और पोषण दोनों
सुबह के नाश्ते में ताजे फल जरूर शामिल करने चाहिए। फलों में मौजूद विटामिन सी, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और पाचन क्रिया को भी सुधारते हैं। अगर बच्चे फल खाने में आनाकानी करते हैं, तो उन्हें स्मूदी बनाकर दी जा सकती है। आप केले, स्ट्रॉबेरी, आम, सेब जैसे फल लेकर उसमें थोड़ा दूध या दही मिला सकते हैं। इसमें चिया सीड्स या फ्लैक्स सीड्स डालने से यह और ज्यादा हेल्दी हो जाती है।
पानी की अहमियत
अक्सर माता-पिता पानी पर ध्यान नहीं देते, लेकिन बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाना भी उतना ही जरूरी है जितना कि खाना। सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुना पानी देना शरीर को डिटॉक्स करता है और पाचन तंत्र को एक्टिव करता है। पूरे दिन बच्चे हाइड्रेटेड रहें इसके लिए समय-समय पर पानी देते रहें।
नाश्ते में क्या न दें?
ज्यादा शक्कर वाले सीरियल्सः ये तुरंत एनर्जी तो देते हैं लेकिन बाद में थकान और चिड़चिड़ापन भी लाते हैं।
पैकेट वाले जूसः इनमें नेचुरल फलों की बजाय ज्यादा चीनी और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं।
तली हुई चीजेंः ये पाचन को खराब करती हैं और मोटापा बढ़ा सकती हैं।
प्रोसेस्ड फूडः जैसे बिस्किट्स, केक या इंस्टेंट नूडल्स दृ इनमें पोषण बहुत कम होता है और शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के खानपान पर विशेष ध्यान दें और उन्हें छोटी उम्र से ही हेल्दी खाने की आदत डालें। इससे बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे और आगे चलकर एक बेहतर जीवन जी सकेंगे।

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