
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक बार फिर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बीती रात पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के उधमपुर, पंजाब के पठानकोट और बठिंडा में एक साथ हमला किए जाने की पुष्टि हुई है। इस पूरे घटनाक्रम पर आज सुबह सेना की ओर से बुलाई गई एक आपातकालीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने विस्तार से जानकारी दी।
आधी रात शुरू हुआ हमला
कर्नल सोफिया ने बताया कि हमला करीब रात 12:40 बजे के आसपास एक साथ तीनों सैन्य ठिकानों पर शुरू हुआ। पाकिस्तानी सेना ने ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर के माध्यम से लक्षित हमले किए। हालांकि भारतीय सेना पहले से सतर्क थी और तुरंत जवाबी कार्रवाई की गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, भारतीय पक्ष को न्यूनतम क्षति हुई है, जबकि पाकिस्तान के कई हमलावर ड्रोन मार गिराए गए हैं।
तीनों ठिकानों की स्थिति नियंत्रण में
उन्होंने बताया कि उधमपुर, पठानकोट और बठिंडा में स्थित भारतीय सैन्य ठिकानों पर अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। किसी बड़े जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है, हालांकि कुछ जवान मामूली रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमले का उद्देश्य भारत को उकसाना: सेना
कर्नल कुरैशी ने कहा, “यह हमला स्पष्ट रूप से एक उकसावे की कार्रवाई है। भारत की सैन्य तैयारियों को परखने और आंतरिक अस्थिरता पैदा करने का यह प्रयास था, जिसे हमारी सेनाओं ने नाकाम कर दिया। हम शांति चाहते हैं लेकिन किसी भी प्रकार की आक्रामकता का मुँहतोड़ जवाब देंगे।”
सरकार की उच्च स्तरीय बैठक
घटना के तुरंत बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई। सीमाओं पर चौकसी और बढ़ा दी गई है और सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है।
जनता से संयम और सतर्कता की अपील
सेना और सरकार ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है। सोशल मीडिया पर फैल रही अपुष्ट खबरों को लेकर साइबर सेल भी एक्टिव हो चुकी है।