
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र की नगरी अयोध्या में विकास कार्य तेजी पर है इसी कड़ी में परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण जो की किया जा रहा है और चौड़ीकरण के जद में आने वाले दुकान मकान को मुआवजा भी दिया जा रहा है लेकिन पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में दो मामलों पर घोटाले के मामले सामने आ रहे हैं पहला मामला अमरजीत कौर का है जो कि मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने जिला प्रशासन व संबंधित JE के ऊपर भी गंभीर आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा कि हमारा मुकदमा चलने के बावजूद उस समय रहे वर्तमान ADM प्रशासन अमित सिंह के आश्वासन के बावजूद भी मुआवजा होल्ड न करके मेरे विपक्षी गण कुलजीत सिंह गुरजीत सिंह ,बलजीत सिंह आदि लोगों के खातों में दे दिए गए हैं लेकिन चक्रतीर्थ मोहल्ले में विनोद कुमार पांडे जो कि अपने जमीन पर मौकाई काबिज है और उनका भी मकान परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण के जद में आया है लेकिन संबंधित विभाग द्वारा मुकदमे का हवाला देकर के उनके मुआवजे को होल्ड कर दिया गया है, तो जब मुकदमे का हवाला देकर के विनोद कुमार पांडे के मुआवजे को होल्ड किया गया तो मेरे यानी अमरजीत कौर के जो मकान प्लाट आदि है उसे पर भी मुकदमा सिविल जज सीनियर डिवीजन फैजाबाद के न्यायालय में मूल वाद संख्या 236 / 13 करमजीत सिंह बनाम कुलजीत सिंह विचाराधीन है तो फिर मेरे विपक्षियों को मुआवजा कैसे दे दिया गया वही इस मामले पर गंभीर आरोप लगाया है चक्रतीर्थ निवासी विनोद कुमार पांडे ने पांडे का कहा है कि जिस तरीके से मुकदमा चलाते हुए जो की मान्य न्यायालय में विचाराधीन है उसके बावजूद ब्रह्म कुंड निवासी लोगों को मुआवजा दे दिया गया है जिस पर अमरजीत कौर द्वारा मुकदमा किया गया था उसके बावजूद भी उक्त लोगों को चार दिवारी दीवाल मौका काबिज देखते हुए उनको मुआवजा दिया गया है लेकिन मुझे मेरे विपक्षी सुनीता पांडे के प्रभाव में आकर के आला अधिकारियों ने मेरे मुआवजे को होल्ड कर दिया है जबकि मैं मौका काबिज हूं और मैं यहां पर रह रहा हूं इन सब मामलों को देखते हुए बड़ा सवाल उठता है जिला प्रशासन के कार्य शैली पर आखिर जिला प्रशासन दो अखियां व्यवहार क्यों कर रहा है एक को मुकदमे का हवाला देकर मुआवजा न देना तो दूसरी ओर मुकदमा चलने के बावजूद मुआवजा दे देना यह बड़ा सवाल उठता है , इस पर एक गंभीर तरीके से जांच होनी चाहिए और मिली भगत वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए फिलहाल इस मामले पर दोनों पीड़ित अमरजीत कौर व पीड़ित विनोद कुमार पांडे ने माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय का रुख करने की बात कही है।