
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : बार एसोसिएशन द्वारा शनिवार को बुलायी गई अधिवक्ताओं की आम सभा की बैठक में जहां एक ओर बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित किए जाने वाले सम्मेलन में रखे जाने वाले मुद्दों पर चर्चा हुई तो वहीं दूसरी ओर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष द्वारा विधिविरुद्ध तरीके से रुपए लेने के बाद भी अधिवक्ता को चैम्बर आवंटित नही करने का मुद्दा भी गूंजा।
बताते चलें कि बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा 3 से 12 मई तक सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जिसमें 7 मई को हरदोई जिले से बार एसोसिएशन अध्यक्ष एवं महामंत्री को आमंत्रित किया गया है और कहा गया है कि वे अधिवक्ताओं के हित से जुड़े मुद्दे जैसे सायंकालीन अदालतें, अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम आदि के साथ स्थानीय स्तर पर आने वाली समस्याओं को सम्मेलन में रखें जिससे उसके निस्तारण के लिए प्रयास किया जा सके। बैठक में इंद्रेश्वर नाथ गुप्ता,पी के मिश्रा सहित अनेक अधिवक्ताओं ने विचार रखे। हालांकि इसी बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद्र अस्थाना ने एक प्रार्थना पत्र देते हुए यह कह कर सनसनी फैला दी कि पूर्व अध्यक्ष के0 डी 0 शुक्ला को उनके कार्यकाल में अधिवक्ता चैंबर आवंटित करने के लिए निर्धारित शुल्क चालीस हजार रूपए के अतिरिक्त 15 हजार रूपए दिए गए जिसके एवज में पूर्व अध्यक्ष श्री टुल्लू बाबू ने आश्वासन दिया था कि वे तत्काल चैम्बर आवंटित करवा देगें। श्री अस्थाना ने यह भी कहा कि चैम्बर आवंटित न होने पर उन्होंने धनराशि वापस मांगी तो केवल चालीस हजार रुपए वापस हुए और दिए गए अतिरिक्त 15 हजार रुपए वापस करने से पूर्व अध्यक्ष ने मना कर दिया। श्री अस्थाना ने यह भी कहा इसी प्रकार से कई अन्य अधिवक्ताओं से भी अतिरिक्त रूपए लिए गए हैं। इस पर पूर्व अध्यक्ष श्री टुल्लू बाबू ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि रुपए बार एसोसिएशन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम हेतु लिए गए थे जो एतराज होने पर वापस किए जा सकते हैं हालांकि श्री अस्थाना ने पुनः इसका खंडन किया। अधिवक्ताओं के संबोधन के बाद एसोसिएशन अध्यक्ष रामेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वे सम्मेलन में अधिवक्ताओं की समस्याओं को पूरी ताकत व जिम्मेदारी से रखेंगे और चैम्बर आवंटन का मुद्दा भी पारदर्शी तरीके से सुलझा लिया जाएगा। बैठक का संचालन महामंत्री अनिल मिश्रा ने किया।