
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। नई दिल्ली। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रजत शर्मा के शो ‘आप की अदालत’ में अपने अभिनय और राजनीतिक करियर के बारे में कई खुलासे किए। यह शो आज रात 10 बजे इंडिया टीवी पर प्रसारित होगा।रजत शर्मा ने जब स्मृति ईरानी से पूछा कि जब वह शिमला में ऋषि कपूर के साथ एक फिल्म की शूटिंग कर रही थीं, तब दिल्ली से फोन आने पर क्या हुआ, तो उन्होंने बताया: ‘मैं शिमला में थी। ऋषि कपूर साहब के साथ एक फिल्म में काम कर रही थी, जब सुबह-सुबह फोन आया कि आपको दिल्ली आना है, दोपहर को शपथ लेनी है। तो मेरा अन्तिम जो क्षण था, जो मैंने कैमरा को फेस किया था, वह स्वर्गीय ऋषि कपूर जी के साथ था।’
रजत शर्मा: क्या ऋषि कपूर ने आपको कोई सलाह दी थी?
स्मृति ईरानी: ‘उन्होंने कहा कि पलकें भी मत झपकाओ, समय भी मत बिताओ। बाकी लोग जो crew में थे उन सब ने इस बात की कहीं न कहीं खुशी जाहिर की और यह भी कहा जल्दी से बैग बांधो और दिल्ली जाओ क्योंकि राष्ट्र सेवा से बड़ी सेवा और ऐसा बड़ा सौभाग्य और कोई नहीं है।’
रजत शर्मा: अब कोई ऐसा मौका तो नहीं आ जाएगा कि आपको फिर फोन आएगा और फिर “क्योंकि…” के सेट से वापस दिल्ली में शपथ लेते हुए दिखाई देंगी?
स्मृति ईरानी: ‘मौकों को मैं नहीं तलाशती। मौके मुझे तलाशते हैं, तो कौन सा मौका मुझे कब तलाश लेगा, यह मैं नहीं जानती। इतना जानती हूं कि जब मौका मुझे तलाशते हुए आए तो आप कहीं न कहीं न बेज़ार होंगे, न शर्मसार होंगे। मैं जो प्रतिभा लेकर पॉलिटिक्स में और मीडिया में आज जानी जाती हूं, उस बेंचमार्क से नीचे नहीं उतरूंगी। इतना आप की अदालत में मैं वादा करती हूं।’बिग बी, राजेश खन्ना, विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा पर जब रजत शर्मा ने स्मृति ईरानी को याद दिलाया कि मेगा स्टार अमिताभ बच्चन ने राजनीति को ‘सेसपूल’ (नाबदान) कहकर छोड़ दिया था, और राजेश खन्ना ने भी निराश होकर सियासत से तौबा कर ली थी, स्मृति ईरानी ने जवाब दिया: ‘मैं राजनीति में नहीं आई। मैं राष्ट्रनीति से जुड़ी हूं। क्योंकि राजनीति में आप आते हैं, तो अपने लिए कुछ तलाशते हैं। राष्ट्रनीति से जुड़ते हैं, तो आप राष्ट्र के लिए नई ऊंचाइयां, नई उपलब्धियां तलाशते हैं। यही फर्क होता है अपने लिए करने और दूसरों के लिए करने में। अपने लिए तो बहुत लोग करते हैं। दूसरों के लिए जीना, दूसरों के प्रति सेवा भाव रखना, ऐसा सौभाग्य और अवसर बहुत कम लोगों को मिलता है। मेरा मानना है कि अगर आपको यह मौका मिला, तो आपको इसमें अपना सर्वस्व न्योछावर कर देना चाहिए। मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि मैं बीजेपी में स्मृति ईरानी बनकर आई थी और अब दीदी बन गई।’
रजत शर्मा: विनोद खन्ना के साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा था?
स्मृति ईरानी: ‘बहुत ही सुयोग्य एक्टर, अनुभवी, लेकिन पॉलिटिक्स में भी उनकी जिस प्रकार की एक श्रद्धा थी, जिस प्रकार से उनका एक झुकाव था, वह काबिले-तारीफ था। बहुत अनुशासित और नो-नॉनसेंस व्यक्ति थे। तो उस व्यक्ति के साथ काम करना और उनके नो-नॉनसेंस एटीट्यूड को सर्वाइव करना अपने आप में तमगा माना जाता था। विनोद खन्ना जी की तरह हेमा जी का भी योगदान रहा। आज भी हेमा जी का कॉन्ट्रिब्यूशन है। शत्रु सर अब दूसरी तरफ (तृणमूल में) हैं, लेकिन वह मेरे जीवन का पहला अवार्ड देने वालों में से एक थे। मुझे याद है अगर कोई पुरानी क्लिप निकलेगी तो उसमें मैं जज के नाते बैठी हूं और जिसके ऊपर जजमेंट या टिप्पणी कर रही हूं वह आज पंजाब के मुख्यमंत्री हैं।’
रजत शर्मा: भगवंत मान… शत्रु जी का तो सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है?
स्मृति ईरानी: ‘मैं उस पर टिप्पणी कम ही करूं तो अच्छा है। लेकिन हां, ये सभी दिग्गज थे। मैंने दत्त साहब के साथ भी काम किया। भले ही वह कांग्रेस में रहे, लेकिन उनका अपना योगदान रहा। और मुझे लगता है कि आप अमित जी के बारे में भी, क्योंकि सब कहते हैं कि उनका मन उदास हो गया था। उनका व्यक्तित्व कुछ ऐसा है कि अगर तलवारें खिंच जाएं तो वे चाहते हैं कि वे शांति-दूत बनें। और हम उस पीढ़ी से हैं कि अगर तलवार खिंच जाए, तो जब तक खून नहीं लगता, वह म्यान में नहीं जाती। तो ये दृष्टिकोण और अनुभव का एक फर्क है।
”क्यूंकि स्मृति कभी पतली थी’
जब रजत शर्मा ने स्मृति ईरानी को उनके मॉडलिंग के दिनों की कुछ पुरानी तस्वीरें दिखाईं और कहा कि तस्वीरें वाकई में स्टनिंग हैं, तो स्मृति ईरानी ने जवाब दिया: ‘स्टनिंग तो नहीं है, लेकिन…।’
रजत शर्मा: ऑडियंस को दिखाते हैं…..
स्मृति ईरानी: ‘क्योंकि स्मृति भी कभी पतली थी। ये मिस इंडिया की तस्वीरें हैं। आज मुझे देखकर लगता नहीं है, लेकिन मैं मिस इंडिया फाइनलिस्ट रह चुकी हूं।’स्मृति ईरानी के साथ ‘आप की अदालत’ शो आज रात 10 बजे इंडिया टीवी पर प्रसारित किया जाएगा। रविवार को सुबह 10 बजे और रात 10 बजे इसका दोबारा प्रसारण होगा।