राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क

बिहार चुनाव 2025 के लिए 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होगा. इसके पहले सभी दलों के नेता चुनाव प्रचार करने के लिए मैदान में उतर गये हैं. अमित शाह बिहार में लालू प्रसाद यादव के शासनकाल की याद दिला रहे हैं, तो तेजस्वी यादव हर घर में एक सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं. महिलाओं को साल में 30 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का भी वादा कर रहे हैं. एनडीए और इंडिया गठबंधन के क्या-क्या हैं दावे और वादे, यहां पढ़ें.

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए प्रचार अपने चरम पर है. सभी दलों के बड़े नेता मैदान में उतर चुके हैं. सत्तारूढ़ गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ-साथ नीतीश कुमार ने भी प्रचार की कमान संभाल ली है. इंडिया गठबंधन के प्रचार अभियान की अगुवाई राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव कर रहे हैं. सभी दलों के नेताओं के अपने-अपने दावे हैं. अपने-अपने वादे हैं. दोनों गठबंधन के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी जारी है.

तेजस्वी यादव कर रहे ये वादे

तेजस्वी यादव अपनी जनसभाओं में कह रहे हैं कि अगर उनकी सरकार बनी, तो बिहार के हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देंगे. जीविका दीदी की सैलरी 30 हजार रुपए प्रति माह कर देंगे. एलपीजी सिलेंडर की कीमत घटाकर 500 रुपए कर देने का वादा कर रहे हैं.

वे (तेजस्वी यादव) हर परिवार को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं, लेकिन क्या वे बता सकते हैं कि इसके लिए बजट कहां से आयेगा? लोगों को सुनिश्चित करना होगा कि बिहार में जंगल राज फिर कभी न लौटे.

लालू यादव के शासनकाल की याद दिला रहे अमित शाह

दूसरी तरफ, अमित शाह और नीतीश कुमार लोगों को लालू प्रसाद यादव का शासनकाल याद दिला रहे हैं. अमित शाह कहते हैं कि बिहार विधानसभा 2025 का यह चुनाव तय करेगा कि बिहार में ‘जंगलराज’ लौटेगा या विकास का राज कायम रहेगा. अमित शाह नालंदा विश्वविद्यालय की गौरवगाथा को पुनर्स्थापित करने के सरकार के फैसले को ऐतिहासिक करार दे रहे हैं.

लालू, राहुल और ममता पर भी हमला बोल रहे शाह

बिहार चुनाव में प्रचार के दौरान अमित शाह विपक्षी नेताओं लालू प्रसाद, राहुल गांधी, ममता बनर्जी और मायावती पर भी जमकर बरस रहे हैं. वह कहते हैं कि सभी लोग जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के खिलाफ थे. उन्होंने दावा किया कि मोदी और नीतीश की सरकार ने मिलकर बिहार को नक्सलवाद से मुक्त कराया है. अब ‘जंगलराज’ की वापसी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यही चुनाव तय करेगा कि राज्य में ‘जंगलराज’ वापस आयेगा या यह विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहेगा.

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