
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें मार गिरा दिया जाएगा। मनोज सिन्हा ने गांधी स्मृति में ‘जम्मू-कश्मीर: शांति की ओर’ विषय पर व्याख्यान देते हुए जोर देकर कहा कि कश्मीर घाटी में शांति भंग करने की कोई भी कोशिश कामयाब नहीं होगी। उन्होंने कहा, “पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान को कड़ी प्रतिक्रिया मिली। हमले को अंजाम देने वालों की पहचान कर ली गई है और मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अब उनका जिंदा रहना मुश्किल है। अच्छी खबरें जरूर आएंगी, लेकिन कोई निश्चित तारीख बताना उचित नहीं होगा।” मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछले पांच साल में विभिन्न आतंकवादी संगठनों के शीर्ष आका भी अब जिंदा नहीं रहे और उनका (आतंकियों का) भी यही हश्र होगा।हम आपको यह भी बता दें कि पिछले दिनों एक अखबार को दिये साक्षात्कार में मनोज सिन्हा ने कहा था कि वह पहलगाम हमले की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने देर से ही सही, लेकिन आखिरकार स्वीकार कर लिया कि पहलगाम हमले के लिए खुफिया विफलता जिम्मेदार थी। उन्होंने इस आतंकवादी हमले के सिलसिले में जिम्मेदारी तय करने का आह्वान किया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। उमर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “80 दिन बाद ही सही, लेकिन देर आए दुरुस्त आए। हमने यह (पहले) नहीं कहा, जबकि हम जानते थे कि इतना बड़ा हमला (खुफिया) विफलता के बिना नहीं हो सकता।” उमर ने कहा कि अब जब विफलता स्वीकार कर ली गई है, तो जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।