
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित मंडी और कुल्लू जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया और भारी मानसूनी बारिश से हुई तबाही का जायजा लिया। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए के सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के बी सुदर्शन रेड्डी के बीच उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान किया था। नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में बाढ़ से प्रभावित लोगों से बातचीत की। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति का आकलन करते हुए मोदी ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ कर्मियों के साथ बातचीत की।हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति पर एक प्रेजेंटेशन देखते हुए नरेंद्र मोदी। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी उनके साथ रहे। बाद में मोदी ने एक्स पर लिखा कि हिमाचल प्रदेश में भारी बाढ़ और लैंडस्लाइड से प्रभावित कुछ लोगों से बातचीत की। उनकी पीड़ा के साथ ही त्रासदी से हुआ नुकसान मन को व्यथित करने वाला है। खराब मौसम का संकट झेल रहे हर व्यक्ति तक राहत और सहायता पहुंचे, इसके लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।उन्होंने लिखा कि हवाई सर्वेक्षण के जरिए हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और लैंडस्लाइड की स्थिति का जायजा लिया। इस कठिन समय में हम प्रदेश के अपने भाई-बहनों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। इसके साथ ही प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार को राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में उपयोग के लिए 35 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज का राज्य दौरा राहत और बहाली कार्यों में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा।शिमला में ध्वजारोहण समारोह के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, सिंह ने कहा कि लगभग ₹3.5 करोड़ की लागत से खरीदे गए ये वाहन मानसून से हुए व्यापक नुकसान के बाद सड़क बहाली और बचाव कार्यों में लगे पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और क्षेत्रीय कर्मचारियों की सहायता करेंगे। मंत्री ने कहा, “आज (9 सितंबर) मुझे खुशी है कि ये वाहन ऐसे समय में जारी किए जा रहे हैं जब राज्य भर में बचाव और बहाली का काम चल रहा है। लेकिन मुझे इस बात का भी गहरा दुख है कि इन अभियानों के दौरान, हमारे दो पीडब्ल्यूडी ऑपरेटरों ने अपनी ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी। हम उनके परिवारों के साथ हैं और उन्हें पूरा सहयोग देंगे।”