
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स (BRICS) को अमेरिकी डॉलर पर ‘‘हमला’’ बताया और चेतावनी दी कि जो देश इस समूह में शामिल होना चाहते हैं, उन पर अमेरिका भारी शुल्क लगाएगा. ट्रंप ने दावा किया कि उनकी धमकी के बाद कई देश पीछे हट गए. वहीं ब्रिक्स देशों ने अमेरिका की एकतरफा व्यापार नीतियों पर चिंता जताई है. इस समय भारतीय निर्यात पर भी 50% शुल्क लागू है, जिससे व्यापारिक तनाव बढ़ा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ब्रिक्स समूह को लेकर सख्त बयान दिया है. उन्होंने ब्रिक्स (BRICS) को अमेरिकी डॉलर पर ‘‘हमला’’ करार दिया और दावा किया कि उन्होंने उन देशों को ‘‘शुल्क लगाने’’ की धमकी दी, जो इस समूह में शामिल होने की योजना बना रहे थे. ट्रंप के अनुसार, उनकी चेतावनी के बाद कई देश पीछे हट गए.
ब्रिक्स को बताया अमेरिका विरोधी गठबंधन
ट्रंप ने ब्रिक्स को एक ‘‘अमेरिका-विरोधी नीति’’ वाला समूह बताते हुए कहा कि यह संगठन वैश्विक व्यापार में डॉलर की भूमिका को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है. ब्रिक्स में वर्तमान में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं. ट्रंप पहले भी कई बार इस समूह के खिलाफ बयान दे चुके हैं और उन्हें ‘‘अमेरिकी हितों के खिलाफ काम करने वाला’’ करार दे चुके हैं.
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति से मुलाकात में दोहराई सख्त नीति
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ द्विपक्षीय वार्ता में ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के प्रति उनका रुख बेहद सख्त है. उन्होंने कहा, ‘‘जो कोई भी डॉलर में व्यापार करना चाहता है, उसे उन देशों की तुलना में लाभ मिलेगा, जो इससे दूरी बना रहे हैं.’’ उन्होंने दावा किया कि ब्रिक्स में शामिल होने की इच्छा जताने वाले देशों को उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है, ‘‘अगर आप ऐसा करते हैं, तो हम आपके सभी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाएंगे.