राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जनशक्ति जनता दल के सुप्रीमो तेज प्रताप यादव एक्शन मोड में हैं. चुनाव से पहले उन्होंने बड़ा बयान दे दिया है. दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने दो टूक जवाब दिया. तेज प्रताप यादव ने कहा, आरजेडी में वापस जाने से बेहतर हम मरना मंजूर करेंगे. तेज प्रताप यादव महुआ विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं और वे लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में घूम रहे हैं.
जनशक्ति जनता दल के सुप्रीमो तेज प्रताप यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उन्हें मरना मंजूर है लेकिन आरजेडी में वापस जाना नहीं. इसके साथ ही तेजस्वी यादव से जुड़े सवाल पर कहा, सत्ता उसी को मिलती है जिसे जनता का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
‘मैं सत्ता का लालची नहीं हूं’
तेज प्रताप यादव से आरजेडी में वापस जाने को लेकर सवाल किया गया. जिस पर उन्होंने कहा, हम मरना मंजूर करेंगे लेकिन वहां लौटना नहीं. मेरी पार्टी जनशक्ति जनता दल है. मैं सत्ता का लालची नहीं हूं. मेरे लिये सिद्धांत और आत्मसम्मान सर्वोपरि है. मैं सत्ता का भूखा नहीं हूं. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा, जनता की सेवा करना मेरे लिये सबसे बड़ी बात है. लोग मुझ पर भरोसा करते हैं.छोटे भाई तेजस्वी पर जमकर बरसे
तेज प्रताप यादव इस दौरान छोटे भाई तेजस्वी यादव से जुड़े सवाल पर खूब बरसे. दरअसल, महागठबंधन की तरफ से तेजस्वी को सीएम फेस बनाने पर सवाल किया गया. इस पर तेज प्रताप यादव ने कहा, सत्ता उसी को मिलती है जिसे जनता का आशीर्वाद प्राप्त होता है. वह मेरा छोटा भाई है और मैं उसको आशीर्वाद ही दे सकता हूं. मैं सुदर्शन चक्र तो नहीं चला सकता. राजनीति में तरह-तरह की घोषणाएं होती रहती है.
‘माता-पिता का आशीर्वाद मेरे साथ’
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और राबड़ी देवी से बातचीत होती है या नहीं, यह सवाल जब तेज प्रताप से किया गया तो उन्होंने कहा, बात नहीं होती है लेकिन उनका आशीर्वाद मेरे साथ है. मालूम हो, लालू यादव ने विवाद के बाद तेज प्रताप यादव को परिवार और पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
महुआ में भरपूर समर्थन मिलने की कही बात
इस दौरान तेज प्रताप यादव ने महुआ में लोगों की तरफ से भरपूर समर्थन मिलने की बात कही. उन्होंने कहा, मैं राजनीति में आने से बहुत पहले से इस क्षेत्र से जुड़ा रहा हूं. इस सीट से उन्होंने जीत का दावा किया. साथ ही मुकेश रौशन को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट किया कि आरजेडी विधायक मुकेश रौशन को किसी बड़ी चुनौती के रूप में नहीं देखते.





































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































