बिजनेस: RBI Monetary Policy Meeting 2025- भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) का फैसला सुनाया। RBI ने अपनी क्रेडिट पॉलिसी में एक अहम फैसला लेते हुए ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती कर दी है। इसके साथ ही रेपो रेट 5.50 फीसदी से घटकर 5.25 फीसदी पर आ गया है। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब महंगाई रिकॉर्ड लो लेवल पर है और ग्रोथ को सपोर्ट देने की जरूरत महसूस की जा रही है।

रेपो रेट कम होने का सीधा असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ता है। होम लोन, कार लोन और दूसरे रिटेल लोन की EMI आने वाले समय में कम हो सकती है। हालांकि बैंकों को यह देखना होगा कि वे कितनी जल्दी इस राहत को ग्राहकों तक पहुंचाते हैं।

इस साल 3 बार घटा रेपो रेट

खुदरा महंगाई में कमी को देखते हुए आरबीआई ने फरवरी से अब तक तीन चरणों में कुल 1% की कटौती की है। हालांकि, पिछले दो बैठकों में रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखा गया था। पिछले महीने आरबीआई गवर्नर ने भी संकेत दिया था कि नीतिगत ब्याज दरों में आगे कटौती की गुंजाइश मौजूद है।

रुपया शुरुआती कारोबार में 20 पैसे चढ़कर 89.69 प्रति डॉलर पर

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति के फैसले से पहले रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 20 पैसे चढ़कर 89.69 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि आरबीआई की मौद्रिक नीति के फैसले से पहले निवेशक सतर्क हैं और उनका मानना ​​है कि तटस्थ रुख से बाजार पर अधिक असर नहीं पड़ेगा। हालांकि ब्याज दरों में कटौती का कोई भी संकेत रुपये पर और दबाव डाल सकता है, खासकर घरेलू मुद्रा की पहले से ही कमजोर हालत को देखते हुए। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 89.85 पर खुला। शुरुआती कारोबार में बढ़त के साथ 89.69 पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से 20 पैसे की बढ़त दर्शाता है। रुपया बृहस्पतिवार को 26 पैसे की बढ़त के साथ 89.89 पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 90.03 पर रहा। घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 53.54 अंक चढ़कर 85,318.86 अंक पर जबकि निफ्टी 28.2 अंक की बढ़त के साथ 26,061.95 अंक पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.12 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बृहस्पतिवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,944.19 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। 

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