राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क नई दिल्ली
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने 18 सीजन का इंतजार खत्म करते हुए अपना पहला आईपीएल खिताब जीत लिया है। आरसीबी का इस सीजन प्रदर्शन काफी शानदार रहा और उसने फाइनल में भी इस प्रदर्शन को जारी रखते हुए खिताबी सूखा समाप्त किया। आरसीबी ने ग्रुप चरण में दूसरे स्थान पर रहते हुए प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई किया था। आरसीबी के पास फाइनल में पहुंचने के लिए दो मौके थे, लेकिन उसने क्वालिफायर-1 में पंजाब को हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया था। अब उसने खिताबी मैच में भी पंजाब को छह रन से हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली है।
पंजाब की टीम 2014 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंची थी। पंजाब की तरह ही आरसीबी ने भी अब तक कभी आईपीएल का खिताब नहीं जीता था। ऐसे में यह तय था कि आईपीएल को इस बार नया चैंपियन मिलेगा। आरसीबी की टीम इससे पहले तीन बार फाइनल में पहुंची, लेकिन तीनों बार उसे हार मिली है। हालांकि, इस बार आरसीबी की टीम अलग तेवर में नजर आ रही थी और खिताब जीतने की प्रबल दावेदार थी। हुआ भी कुछ ऐसा ही और आरसीबी ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आईपीएल की चमचमाती ट्रॉफी अपने नाम कर ली। आइए जानते हैं आरसीबी के इस सीजन दबदबे की क्या वजह रही…
आरसीबी के लिए विराट कोहली की फॉर्म इस सीजन काफी मददगार रही। कोहली चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को मिली खिताबी जीत के बाद आरसीबी से जुड़े थे और उन्होंने इस सीजन भी अपना दम दिखाया। कोहली आईपीएल की शुरुआत से ही इस टीम से जुड़े हुए हैं और टीम की तरह उन्हें भी अपने पहले आईपीएल खिताब की तलाश है। कोहली इस सीजन 15 मैचों में 657 रन बनाए जिसमें आठ अर्धशतक शामिल हैं। कोहली ऑरेंज कैप की दौड़ में शामिल थे और इस सूची में तीसरे स्थान पर रहे।
आरसीबी की सफलता के पीछे फिल सॉल्ट और कोहली की सलामी जोड़ी भी बड़ी वजह रही है। फॉफ डुप्लेसिस के टीम से जाने के बाद इस सीजन आरसीबी को नई ओपनिंग जोड़ी मिली। सॉल्ट और कोहली की जोड़ी हिट भी रही और उसने टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई। सॉल्ट और कोहली की जोड़ी ने मिलकर इस सीजन 600 से अधिक रन बनाए। ये दोनों बल्लेबाज जब साथ में बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आरसीबी का रन रेट 10.29 का रहा। हालांकि, फाइनल मैच में ये जोड़ी कमाल नहीं दिखा सकी।
आरसीबी के लिए ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने भी इस सीजन अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार के साथ मिलकर आरसीबी के गेंदबाजी आक्रमण को मजबूती दी। उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ क्वालिफायर-1 मुकाबले में 18 रन देकर तीन विकेट चटके थे। पंजाब के खिलाफ इस सीजन उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है और उन्होंने इस फ्रेंचाइजी के खिलाफ सात विकेट लिए। ओवरऑल हेजलवुड ने इस सीजन अब तक 22 विकेट लिए और वह पर्पल कैप की दौड़ में तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। फाइनल मैच में क्रुणाल पांड्या ने भी शानदार स्पैल किया जिससे आरसीबी लक्ष्य का बचाव करने में सफल रही।
आरसीबी की टीम इस बार रजत पाटीदार के रूप में नए कप्तान की अगुआई में खेलने उतरी थी। आरसीबी की कमान पिछले सीजन तक डुप्लेसिस के हाथ में थी, लेकिन इस सीजन उन्हें टीम ने नहीं लिया था। पाटीदार ने अपनी कप्तानी का लोहा दिखाया है। हालांकि, चोट के कारण वह ग्रुप चरण के आखिरी कुछ मैच में इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर उतरे, लेकिन क्वालिफायर-1 में उन्होंने ही टीम की कमान संभाली थी। पाटीदार आरसीबी के चौथे कप्तान हैं जिन्होंने टीम को खिताबी मुकाबले तक पहुंचाया। उनके पास ट्रॉफी जीतकर आरसीबी का वर्षों पुराना सपना पूरा करने का मौका था और वह ऐसा करने में सफल रहे। पाटीदार ने आरसीबी प्रशंसकों को वो खुशी दी जिसका वे पिछले 18 सीजन से इंतजार कर रहे थे।
आरसीबी की फील्डिंग में भी इस सीजन धार देखने को मिली। कोहली, पाटीदार से लेकर अन्य खिलाड़ियों ने बाउंड्री रोकने और कैच पकड़ने में तत्परता दिखाई। आरसीबी की जीत में शानदार फील्डिंग का भी योगदान रहा है। फाइनल मैच में भी आरसीबी की फील्डिंग शानदार रही और फिल सॉल्ट ने बाउंड्री पर जो कैच पकड़ा वो दिखाता है कि आरसीबी की टीम रन रोकने और विकेट के लिए कितनी गंभीर थी।
आरसीबी की टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। पंजाब के खिलाफ फाइनल मुकाबले में शामिल प्लेइंग-11 को देखें तो आरसीबी की टीम में कुछ आठ खिलाड़ी ऐसे थे जिनकी उम्र 30 या इससे अधिक है। फाइनल में खेलने उतरी आरसीबी की प्लेइंग-11 की औसत उम्र 30 साल है। टी20 क्रिकेट में फिटनेस काफी मायने रखती है और आरसीबी के खिलाड़ियों का यह मजबूत पक्ष रहा है। आरसीबी के खिलाड़ियों में कोहली (36 साल), सॉल्ट (28 साल), पाटीदार (32 साल), लिविंगस्टोन (31 साल), जितेश शर्मा (31 साल), रोमारियो शेफर्ड (30 साल), क्रुणाल पांड्या (34 साल), भुवनेश्वर कुमार (35 साल), यश दयाल (27 साल), जोश हेजलवुड (34 साल) और सुयश शर्मा 22 साल के हैं।






















































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































