समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक सूक्ष्म राजनीतिक कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अन्य मंदिरों में जाने से पहले इटावा में निर्माणाधीन श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन करने का अपना संकल्प पूरा करेंगे। यह टिप्पणी अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में ऐतिहासिक ‘ध्वजारोहण’ समारोह से पहले आई है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक विशेष ध्वजारोहण समारोह के दौरान अयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर के 191 फुट ऊँचे शिखर पर पवित्र भगवा ध्वज फहराया।X पर एक पोस्ट साझा करते हुए, यादव ने लिखा कि पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूर्ण करेंगे। आस्था जीवन को सकारात्मकता और सद्भाव से भरनेवाली ऊर्जा का ही नाम है। दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही मार्ग बनाती है, वही बुलाती है। सच तो ये है कि हम सब तो ईश्वर के बनाएं मार्ग पर बस चलकर जाते हैं। आस्थावान रहें, सकारात्मक रहें!राम मंदिर में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान ‘ध्वजारोहण’ समारोह के बाद, जिसमें पहले ही 5 अगस्त, 2020 को ‘भूमि पूजन’ और 22 जनवरी, 2024 को ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह सहित प्रमुख कार्यक्रम हो चुके हैं। यादव, जो इनमें से किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे, ने उस समय दावा किया था कि उन्हें 22 जनवरी के अभिषेक समारोह के लिए व्यक्तिगत रूप से या डाक द्वारा कोई निमंत्रण नहीं मिला था, और उन्होंने इस बात का प्रमाण मांगा कि निमंत्रण वास्तव में भेजा गया था।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के 191 फुट ऊँचे शिखर पर औपचारिक रूप से भगवा ध्वज फहराया, जो मंदिर निर्माण के पूरा होने का प्रतीक है। इस समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और उत्कर्ष बिंदु की साक्षी बन रही है। आज संपूर्ण भारत, संपूर्ण विश्व राममय है। हर रामभक्त के हृदय में अद्वितीय संतोष है, असीम कृतज्ञता है, अपार, अलौकिक आनंद है।मोदी ने कहा कि सदियों के घाव भर रहे हैं। सदियों की वेदना आज विराम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है। आज उस यज्ञ की पूर्णाहुति है, जिसकी अग्नि 500 वर्ष तक प्रज्वलित रही। जो यज्ञ एक पल भी आस्था से डिगा नहीं, एक पल भी विश्वास से टूटा नहीं। उन्होंने कहा कि आज भगवान श्रीराम के गृभगृह की अनंत ऊर्जा, श्रीराम परिवार का दिव्य प्रताप, इस धर्मध्वजा के रूप में इस दिव्यतम, भव्यतम मंदिर में प्रतिष्ठापित हुआ है।

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