
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया जाना चाहिए और ऑपरेशन सिंदूर जारी रखा जाना चाहिए। इसके साथ ही ओवैसी ने बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आए चार आतंकवादियों ने पहलगाम में हमारे 26 हिंदू भाइयों की जान ले ली। हमें बताएँ कि आतंकवादी पहलगाम कैसे पहुँचे। अगर आप (केंद्र सरकार) कहते हैं कि आपको बिहार में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की मौजूदगी के बारे में पता है, तो फिर चार आतंकवादी पहलगाम कैसे पहुँच गए? ओवैसी ने साफ तौर पर कहा कि जब आप बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के बारे में बात कर रहे हैं। आपने कहा था कि हमें पहलगाम का बदला लेना है। इसलिए ऑपरेशन सिंदूर तब तक जारी रखें जब तक चारों आतंकवादी पकड़े न जाएँ। वहीं, ओवैसी ने मंगलवार को सभी से रील देखने के बजाय अखबार पढ़ने का आग्रह करते हुए कहा कि अगर आप रील देखने में समय बर्बाद करते हैं, तो आप नेता, डॉक्टर, इंजीनियर या वैज्ञानिक नहीं बन सकते। रील देखने से केवल दिमाग खराब होता है और समय बर्बाद होता है।”बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण से जुड़े विवाद का हवाला देते हुए, ओवैसी ने युवाओं से पूछा कि अगर वे रील देखने में ही उलझे रहेंगे, तो बूथ लेवल अधिकारियों को कैसे जवाब देंगे। हैदराबाद में एक संबोधन के दौरान ओवैसी ने पूछा, “मेरा मतलब है कि बिहार में गहन पुनरीक्षण के नाम पर क्या हो रहा है, कई लोगों को बांग्लादेशी, नेपाली और म्यांमार से आने वाला बताया जा रहा है… अगर कोई बीएलओ आपके पास आता है, तो आप उनके सवालों का जवाब कैसे देंगे?”