
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि कांवड़ यात्रा के तीर्थयात्रियों को मीडिया ट्रायल से गुजरना पड़ता है, उन्हें बदनामकिया जाता है और यहां तक कि अपराधी और आतंकवादी करार दिया जाता है। योगी ने कहा कि निम्नतम वर्ग से लेकर उच्च वर्ग तक, हर व्यक्ति इस कांवड़ यात्रा से जुड़ा है। यह एकता का अद्भुत प्रदर्शन है। इसमें जाति, क्षेत्र, वर्ग, धर्म या समुदाय का कोई भेदभाव नहीं है। हालांकि, मीडिया ट्रायल हो रहा है और कांवड़ यात्रा को बदनाम किया जा रहा है। योगी ने आगे कहा कि कांवड़ यात्रियों को अपराधी और आतंकवादी तक करार दिया जा रहा है। यह उस मानसिकता को दर्शाता है जो हर तरह से भारत की विरासत को कलंकित करना चाहती है। कांवड़ यात्रा भारत में एक प्रमुख वार्षिक हिंदू तीर्थयात्रा है, जिसके दौरान भगवान शिव के भक्त, जिन्हें कांवड़िये कहा जाता है, गंगा जैसी पवित्र नदियों से पवित्र जल इकट्ठा करने के लिए पैदल यात्रा करते हैं और उसे श्रावण के पवित्र महीने में शिव मंदिरों, विशेष रूप से शिवलिंगों पर चढ़ाने के लिए वापस ले जाते हैं।यह यात्रा आध्यात्मिकता, धैर्य और उत्सव का मिश्रण है, लेकिन कई बार यह झड़पों, शोरगुल वाले जुलूसों और सड़क अवरोधों से भी जुड़ी रही है, जिसके कारण इसकी आलोचना हुई है और नियमन की मांग की गई है। इस दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा और दिल्ली जैसे उत्तरी भारतीय राज्यों में यातायात परिवर्तन और सार्वजनिक सुरक्षा उपायों सहित व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की जाती है।