राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़

20 अक्तूबर को खुलने वाले रफा क्रॉसिंग बॉर्डर को इस्राइल की तरफ से बंद रखने का निर्देश दिया गया है। वहीं हमास ने इस्राइली पीएम नेतन्याहू पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। रफा बॉर्डर का बंद होना सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि गाजा के लाखों नागरिकों के लिए जीवनरेखा के रुकने जैसा है। इससे मानवीय संकट और गहरा सकता है।

इस्राइल और हमास के बीच जारी संघर्ष में शनिवार को एक और बड़ा फैसला हुआ। नेतन्याहू सरकार ने गाजा और मिस्र को जोड़ने वाले एकमात्र खुले रास्ते रफा बॉर्डर क्रॉसिंग को ‘अगले आदेश तक बंद’ रखने का निर्देश दिया है। यह वही रास्ता है जिसके जरिए अब तक गाजा में मानवीय सहायता और लोगों की आवाजाही संभव हो रही थी। इस्राइल ने इस बंदी का सीधा संबंध हमास की तरफ से बंधकों के शव लौटाने से जोड़ा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा, ‘जब तक हमास समझौते के तहत सभी शव वापस नहीं करता, रफा बॉर्डर नहीं खुलेगा।’ अब तक हमास दो और बंधकों के शव सौंप चुका है, जिन्हें रेड क्रॉस के जरिए इस्राइल को सौंपा गया।

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