राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
लखीमपुर खीरी । खेत में गन्ने को बांंधने गए किसान को बाघ ने निशाना बना लिया। ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी हुई तो वह आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने शव सडक़ पर रखकर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि यह तीसरी घटना है, इसके बाद भी जिम्मेदार कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। सूचना पर वन विभाग के अलावा अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आर्थिक सहायता का आश्वासन देकर अधिकारियों ने जाम खुलवाकर शव को पोस्टमार्टम को भेजा।
घटना हैदराबाद थाना क्षेत्र की अजान पुलिस चौकी क्षेत्र की है। ग्राम इमलिया निवासी अमरीश कुमार मंगलवार को अपने खेतों की ओर गया था। वहां पर खेत पर खड़े गन्ने को बांधने लगा। बताया जाता है कि इस बीच खेत में छुपे बाघ ने उस पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। देर शाम तक जब अमरीश घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को चिंता हुर्ई। फोन मिलाया तो केवल घंटी जाती रही। इसके बाद परिजन अमरीश की तलाश में खेत पहुंचे। जहां पर खून पड़ा देख परिजन घबरा गए और ग्रामीणों को सूचना दी। पहुचे और घटना की जानकारी दी। जिसपर ग्रामीणों ने हैदराबाद पुलिस व वन विभाग को फोन कर जानकारी दी। सूचना पर ग्रामीणों संग हैदराबाद थानाध्यक्ष दीपक तिवारी, अजान चौकी इंचार्ज जेपी यादव व वन विभाग से रेंजर नरेशपाल सिंह, दरोगा रोहित श्रीवास्तव आदि मौके पर पहुंच गए। काफी तलाश करने के बाद अमरीश का अधखाया शव बरामद हुआ। जिससे बाघ द्वारा हमला करने की पुष्टि हुर्ई। शव मिलने के बाद परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने अजान घरथनिया मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि बाघ द्वारा हमला करने की यह तीसरी घटना है। हर बार वन विभाग की टीम को सूचना दी जाती है लेकिन वह खानापूर्ति करके चले जाते हैं। जाम की सूचना पर वन रेंजर नरेशपाल सिंह, विधायक, सीओ व किसान संगठनों के पदाधिकारी भी मौके पर आ गए। परिजन 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। बाद में अधिकारियों की मौजूदगी में पांच लाख बीस हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने पर सहमति बनी। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं इस घटना के बाद बाघ को पकडऩे के लिए खेतों में दो पिंजरे लगा दिए गए हैं। इसके अलावा ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।