राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
हरदोई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से तहसील बिलग्राम में जिला विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें चिकित्साधिकारी डॉ रविकांत शर्मा ने कहा कि नवजात शिशु को माता का स्तनपान कराएं। क्योंकि नवजात के लिए वह सर्वोत्तम आहार है।
लीगल एड क्लीनिक आशीष तिवारी के द्वारा नवजात शिशुओं को माता का स्तनपान कराए जाने के संबंध में संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि स्तनपान कराना एक स्वाभाविक बात है। नवजात शिशुओं को लगभग पहले महीने तक प्रतिदिन 8 से 12 बार स्तनपान करना चाहिए। स्तन का दूध आसानी से पच जाता है। जब शिशु 1 से 2 महीने का हो जाता है तो वह संभवत दिन में 7 से 9 बार स्तनपान करेगा। डॉ. रविकांत शर्मा ने बताया कि स्तनपान से मां और बच्चे दोनों को कई लाभ होते हैं। यह बच्चे में दस्त कान का संक्रमण और बैक्टीरियल मेनिनजाइटिस की संभावना को कम कर सकता है यह लक्षणों को कम गंभीर बन सकता है स्तनपान बच्चों को अचानक मधुमेह मोटापा और अस्थमा से भी बचा सकता है।