
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : मल्लावां कस्बे में बंदरों के आतंक से स्थानीय लोग परेशान हैं। सरकारी अस्पताल, कोतवाली और मुख्य बाजार में राहगीरों पर बंदर हमला कर रहे हैं। अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों से बंदर दवाएं छीनकर भाग जाते हैं।
कस्बे के नगर पालिका रोड पर रहने वाले करन कनौजिया की दो वर्ष पहले बंदरों के हमले से मौत हो चुकी है। बंदरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोग अपनी छतों पर भी नहीं जा पा रहे हैं। बंदरों का झुंड कब किस पर हमला कर दे, इसका कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता।
मोहल्ला सुभाष पार्क में पिछले पांच दिनों में सूरज यादव, लक्ष्य यादव, सोमवती देवी, रंजना यादव, नैन भारती सिंह, मीना देवी, अंश सिंह और रामलीला मैदान के ताशू को बंदरों ने निशाना बनाया है। इन सभी को बंदरों ने घायल किया है।
समस्या के समाधान के लिए अब तक नगर पालिका और वन विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे बंदरों की संख्या तेजी
से बढ़ रही है। रेंजर संतोष कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि बंदरों को पकड़ने के लिए उनके पास कोई विशेष दस्ता नहीं है।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश सिंह राणा से जब इस समस्या के बारे में जानकारी मांगी गई तो उनसे कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। स्थानीय निवासी अब प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।