राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क

भारतीय लोगों के लिए 26 जनवरी यानि की गणतंत्र दिवस काफी खास है। इस दिन देश कासंविधान लागू हुआ था। इसी के चलते 26 जनवरी वाले दिन दिल्ली में एक खास परेड का आयोजन किया जाता है। यह समारोह लोकतांत्रिक विरासत और अंतरराष्ट्रीय दोस्ती का प्रतीक रहा है। इसमें हर साल किसी न किसी देश के राष्ट्र प्रमुख या सरकार प्रमुख को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है।

2025 में इंडोनेशिया का सम्मान

गणतंत्र दिवस 2026 को लेकर ऐसी जानकारी सामने आई है कि इस भारत में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। उनकी यह भागीदारी भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच मजबूत होते संबंधों को दर्शाती है।

भारत ने 2026 गणतंत्र दिवस के लिए एक ऐतिहासिक निमंत्रण दिया है। भारत पहली बार EU के दो शीर्ष नेताओं, उर्सुला वॉन डेर लेयेन (यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष) और एंटोनियो कोस्टा (यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष) की संयुक्त रूप से मेजबानी करेगा। यह मेजबानी भारत की कूटनीतिक रणनीति में एक नया अध्याय जोड़ देगी।

भारत-यूरोपीय संघ संबंधों में नई मजबूती

पिछले कुछ महीनों में 27-सदस्यीय यूरोपीय संघ के साथ भारत के रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं। फरवरी में यूरोपीय आयोग के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधियों की भारत यात्रा के बाद से दोनों पक्षों के बीच सहयोग और बातचीत तेज हुई है।

हाल ही में 20 अक्टूबर को यूरोपीय संघ ने एक नई रणनीतिक एजेंडा को मंजूरी दी है। इस एजेंडे का मुख्य लक्ष्य भारत और ईयू के संबंधों को एक उच्च स्तर पर ले जाना है। इसमें प्रमुख तौर पर मुक्त व्यापार समझौता (FTA) को अंतिम रूप देना और तकनीक, रक्षा, सुरक्षा तथा जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना शामिल है। यह सहयोग दोनों वैश्विक शक्तियों के लिए एक मजबूत और सामरिक साझेदारी का संकेत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *