
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ : उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तीकरण और स्वावलंबन को नई दिशा देने के लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सौर ऊर्जा क्षेत्र में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। प्रेरणा ओजस प्राइवेट लिमिटेड, जो स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित है, इस मिशन के अंतर्गत काम कर रही है। इसका उद्देश्य सतत आजीविका और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना है।
महिलाओं के लिए बढ़ते अवसर
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चार प्रमुख वर्टिकल्स पर कार्य किया जा रहा है:
- सोलर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट
- सोलर शॉप
- विकेंद्रीकृत सौर उत्पाद
- क्लीन कुकिंग प्रोडक्ट
2024-25 में अब तक:
✅ लखनऊ में एक सोलर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित
✅ 20 जिलों के 207 विकासखंडों में 414 सोलर शॉप की स्थापना
✅ 414 महिलाएं सौर ऊर्जा व्यवसाय से जुड़ीं
✅ 80 विकेंद्रीकृत सौर उत्पाद (सोलर फ़ूड प्रोसेसिंग मशीन, सोलर ड्रायर, सोलर ड्रीफ्रीजर) स्थापित
✅ 60 महिलाएं ‘सूर्य सखी’ के रूप में प्रशिक्षित
अगले तीन साल की कार्ययोजना
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक दीपा रंजन के अनुसार, अगले तीन वर्षों में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में महिलाओं को और अधिक रोजगार के अवसर दिए जाएंगे:
🔹 प्रदेश के 18 मंडलों में सोलर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित होगी, जिससे 540 महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
🔹 प्रदेश के सभी 826 विकासखंडों में प्रति ब्लॉक 4 सोलर शॉप खोली जाएंगी, जिससे 3304 महिलाएं लाभान्वित होंगी।
🔹 20000 विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा उत्पाद स्थापित कर 20000 महिलाओं को उद्यम स्थापित करने में मदद मिलेगी।
🔹 57702 ग्राम पंचायतों में प्रत्येक ग्राम पंचायत से एक महिला को ‘सूर्य सखी’ के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।
🔹 क्लीन कुकिंग प्रोजेक्ट के तहत 10000 महिलाओं को ‘पर्यावरण सखी’ के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।
महिला सशक्तीकरण की दिशा में यह पहल एक लाख से अधिक महिलाओं को रोजगार से जोड़ने में मददगार साबित होगी, जिससे न केवल उनकी आमदनी बढ़ेगी, बल्कि समाज में उनका सम्मान भी बढ़ेगा।