
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियाँ भारत के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। हाल ही में, चीन ने PoK में बंकरों, मिसाइल प्रणालियों और अत्याधुनिक संचार नेटवर्क की तैनाती शुरू कर दी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति को मजबूत कर रहा है।
बंकर और भूमिगत संरचनाओं का निर्माण
चीन ने PoK के विभिन्न हिस्सों में बंकरों और भूमिगत संरचनाओं का निर्माण तेज़ी से शुरू कर दिया है। यह कदम संभावित हवाई हमलों और मिसाइल हमलों से अपनी सैन्य संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, ये संरचनाएँ मिसाइल प्रणालियों, गोला-बारूद और अन्य सैन्य उपकरणों को छिपाने के लिए बनाई जा रही हैं।
मिसाइल प्रणालियाँ और उन्नत रडार तैनाती
चीन ने PoK में ‘JY’ और ‘HGR’ सीरीज़ के रडार सिस्टम तैनात किए हैं, जो मध्यम और निम्न ऊँचाई वाले लक्ष्यों का पता लगाने में सक्षम हैं। इसके अलावा, चीन ने SH-15 155 मिमी ट्रक-माउंटेड होवित्ज़र तोपों की तैनाती भी की है। यह सब चीन की पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।
संचार नेटवर्क और डेटा सुरक्षा
चीन ने PoK में अत्याधुनिक संचार नेटवर्क स्थापित किए हैं, जिसमें उच्च सुरक्षा वाले संचार टावर और भूमिगत फाइबर ऑप्टिक केबल्स शामिल हैं। ये नेटवर्क पाकिस्तान की सेना को बेहतर संचार और डेटा सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं, जिससे उनकी सैन्य संचालन क्षमता में वृद्धि हो रही है।
भारत की प्रतिक्रिया और रणनीति
भारत ने चीन की इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखना शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को भी अपनी सैन्य तैयारियों को मजबूत करना होगा, विशेषकर LAC (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) और LoC (लाइन ऑफ कंट्रोल) के क्षेत्रों में। भारत ने अपनी वायुसेना और मिसाइल प्रणालियों को उन्नत किया है, ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना किया जा सके।
चीन की PoK में बढ़ती सैन्य उपस्थिति और उन्नत सैन्य बुनियादी ढाँचे की तैनाती से यह स्पष्ट है कि वह इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। भारत को इस स्थिति का गंभीरता से मूल्यांकन करते हुए अपनी रणनीति तैयार करनी होगी।