राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ: संविधान दिवस के अवसर पर आज दिनांक 26 नवंबर 2024 को नवयुग कन्या महाविद्यालय, राजेंद्र नगर, लखनऊ के दर्शनशास्त्र विभाग एवं एनसीसी विंग की 30 छात्राएं मेजर (डॉ.) मनमीत कौर सोढ़ी (विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र) के नेतृत्व में शैक्षणिक भ्रमण हेतु विधानसभा लखनऊ पहुंची I
टीम के साथ आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर प्रो. संगीता कोतवाल एवं प्रवक्ता कु. दीक्षा उपस्थित रहीं I
छात्राएं विधानसभा के इतिहास से परिचित हुई डिजिटल गैलरी में बड़ी ही खूबसूरती से उत्तर प्रदेश के विधानसभा के गठन से लेकर वर्तमान तक की स्थिति का वर्णन चलचित्र के द्वारा प्रदर्शित किया गया I इस बात से भी अवगत कराया गया कि भवन के वास्तुकार श्री स्विनोन जैकब और सरदार हीरा सिंह थे I
उत्तर प्रदेश को देश के 6 प्रधानमंत्री देने का गौरव भी प्राप्त है I 1950 में देश का संविधान लागू होने के बाद राज्य का नाम उत्तर प्रदेश हुआ और विधानसभा और विधान परिषद भी नामित हुई जिसमें समय-समय पर सदस्यों की संख्या में परिवर्तन किया गया I वर्तमान तक 18 विधानसभाओं का गठन यहां पर हो चुका है I 1963 में देश के संसदीय इतिहास में प्रथम बार श्रीमती सुचेता कृपलानी को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री के रूप में चयनित किया गया I
उत्तर प्रदेश विधानसभा आधुनिक तकनीक के माध्यम से लोकतांत्रिक मूल्यों को समाहित करते हुए नए युग के निर्माण में अग्रसर है I जहां समय-समय पर विभिन्न विधाओं के विशेषज्ञों शिक्षाविदों तथा विधायकों के मध्य संवाद , युवा संसद आदि का आयोजन किया जा रहा है I
डिजिटल गैलरी के माध्यम से समस्त छात्राओं ने हेलीकॉप्टर यात्रा का भी आनंद लिया और उसके माध्यम से उन्हें लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज,गोरखपुर, वाराणसी आदि शहरों के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी कराया गया I बेसिक शिक्षा मंत्री श्री संदीप सिंह से भी छात्राओं की मुलाकात हुई I
मार्शल श्री मनीष राय ने सदन में होने वाली कार्रवाई से सभी को अवगत कराया कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है जहां पर प्रदेश के समग्र विकास से संबंधित आवश्यक नियम बनाए जाते है I मार्शल स्टॉफ खुशबू तिवारी ने शैक्षिक भ्रमण में सहयोग किया I विधानसभा में स्थित वृहद लाइब्रेरी से भी छात्राएं परिचित हुई, जहां पर 1857 से लेकर वर्तमान तक के इतिहास को बताने वाली महत्वपूर्ण पुस्तक उपलब्ध हैं I
प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने इस शैक्षणिक भ्रमण को छात्राओं की व्यवहारिक ज्ञान हेतु आवश्यक बताया I


















































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































