राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
शाहाबाद। अधिवक्ताओं ने एक फाइल के नाम पर तहसीलदार द्वारा दस हजार रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उन्होंने तहसीलदार कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। वकीलों के तेवर देख तहसीलदार एसडीएम कार्यालय में घुस गए। जहां से बाद में पुलिस ने उनको सुरक्षित निकाला। इसके बाद अधिवक्ताओं ने तहसीलदार की कोर्ट का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
आज काफी संख्या में बार एसोसिएशन के सभागार में वकील एकत्र हुए। यहां से तहसीलदार अजय कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभी तहसीलदार के कार्यालय की ओर चल दिए। मामले की जानकारी होने पर वहां पर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया। वकीलों को जब अंदर नहीं जाने दिया गया तो उन्होंने कार्यालय के बाहर ही नारेबाजी करनी शुरू कर दी। उनका कहना था कि बंधक की एक फाइल के नाम पर तहसीलदार ने दस हजार रूपये की रिश्वत मांगी। इतना ही नहीं तहसीलदार पहले भी कई बार वकीलों के साथ ही जनप्रतिनिधि व आम जनों के साथ अभद्रता कर चुके हैं। कार्यालय के बाहर हंगामा बढऩे पर तहसीलदार एसडीएम कार्यालय में चले गए। बाद में पुलिस उनको सुरक्षित निकालकर ले गर्ई। बाद में अधिवक्ताओं ने सभागार में आपातकालीन बैठक की। जिसमें तहसीलदार कोर्ट का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया।