
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़
एनडीए ने बिहार चुनाव के लिए सीट बंटवारे का फार्मूला तय कर लिया है- भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर लड़ेंगी, जबकि लोजपा को 29, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को 6-6 सीटें ले मिली हैं। चिराग पासवान ज्यादा सीटों की मांग कर रहे थे, प्रधानमंत्री मोदी के आश्वासन के बाद 29 सीटों पर राजी हुए; चुनाव के बाद उनकी भूमिका बढ़ सकती है।
भाजपा-जदयू ने सहयोगी दलों के साथ सीटों पर डील फाइनल कर दिया है। बिहार के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया है कि एनडीए ने अच्छे माहौल में सहयोगी दलों के साथ सीटों पर समझौता फाइनल कर लिया है। उन्होंने बताया कि भाजपा-जदयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। लोजपा इस मामले में सबसे बड़ी विजेता कही जा सकती है जिसने समझौतों में 29 सीटें हासिल किया है, जबकि जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को 6-6 सीटें मिली हैं।
एनडीए सूत्रों का कहना है कि सीटों के मामले में चिराग पासवान 30-35 सीटों की दावेदारी कर रहे थे। इसी तरह जीतन राम मांझी अपने लिए 15 सीटों की दावेदारी कर रहे थे तो उपेंद्र कुशवाहा 15 सीटों से कम सीटें लेने के लिए तैेयार नहीं थे। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दखल के बाद चिराग पासवान 29 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हुए। सूत्रों का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिराग पासवान को उनके लिए ‘कुछ बड़ा’ करने का भरोसा दिया है जिसके बाद सीटों का पेंच सुलझ गया। चुनाव के बाद बिहार में चिराग पासवान की भूमिका बढ़ सकती है।
वहीं, जीतन राम मांझी को पिछली बार से भी एक सीट कम मिली है, लेकिन वे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए गठबंधन के साथ बने रहेंगे। इसके पहले उन्होंने कम सीटें मिलने पर अकेले चुनाव लड़ने की बात कहकर सनसनी पैदा कर दी थी।
सोमवार को आएगी पहली सूची
भाजपा चुनाव समिति की बैठक रविवार देर रात पार्टी के दिल्ली स्थित मुख्यालय पर चल रही है। इस बैठक में मुख्य रूप से पहले फेज की सीटों के साथ-साथ अन्य सीटों पर भी पार्टी के प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की जाएगी। संभावना है कि सोमवार को भाजपा की पहली सूची जारी हो सकती है जिसमें पहली फेज के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा सकती है।