
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए भारतीय कूटनीति की “विफलता” का आरोप लगाया और कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री की दोस्ती खोखली साबित हो रही है। कांग्रेस (महासचिव) के संचार प्रभारी रमेश ने एक्स पर लिखा कि 19 जून, 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा चीन को क्लीन चिट देने की भारत को पहले ही भारी कीमत चुकानी पड़ी है। राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी बहुप्रचारित दोस्ती अब खोखली साबित हो रही है।रमेश ने कहा कि भारतीय कूटनीति की घोर विफलता, खासकर पिछले दो महीनों में, चार तथ्यों से सबसे ज़्यादा उजागर होती है। ये तथ्य प्रधानमंत्री और उनके ढोल पीटने वालों और जयजयकार करने वालों के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलते हैं। 10 मई, 2025 से अब तक राष्ट्रपति ट्रंप 25 बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप किया था। उन्होंने भारत और पाकिस्तान को धमकी दी है कि अगर उन्होंने युद्ध नहीं रोका, तो वे अमेरिका के साथ व्यापार समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि 10 जून, 2025 को, शक्तिशाली अमेरिकी मध्य कमान के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला, आतंकवाद का मुकाबला करने में पाकिस्तान को अमेरिका का एक अभूतपूर्व साझेदार बताते हैं। ट्रंप द्वारा व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर से मुलाकात पर, कांग्रेस सांसद ने कहा कि मुनीर वही व्यक्ति हैं जिन्होंने सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ टिप्पणी की थी जिसने पहलगाम आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि तैयार की थी।रमेश ने कहा कि 18 जून, 2025 को राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर के साथ एक अभूतपूर्व लंच मीटिंग की थी। दो महीने पहले, मुनीर की भड़काऊ, भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ टिप्पणियों ने 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए क्रूर आतंकवादी हमलों की पृष्ठभूमि तैयार की थी। उन्होंने कहा कि कल ही, 25 जुलाई, 2025 को, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार से मुलाकात की और आतंकवाद का मुकाबला करने तथा क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने में पाकिस्तान की भागीदारी के लिए उसे धन्यवाद दिया।