राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार (स्थानीय समय) को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल  पर नए प्रतिबंध लगाना “उचित और आवश्यक” था। यह कदम रूस-यूक्रेन शांति समझौते पर हो रही धीमी प्रगति के प्रति अमेरिका की निराशा को दर्शाता है। लेविट ने कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हमेशा कहते रहे हैं कि जब उन्हें उचित और आवश्यक लगेगा, तब वे रूस पर प्रतिबंध लगाएंगे। कल वही दिन था। राष्ट्रपति लंबे समय से पुतिन और इस युद्ध के दोनों पक्षों के प्रति अपनी निराशा व्यक्त कर रहे हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि शांति वार्ता तभी सफल हो सकती है जब दोनों पक्ष उसमें वास्तविक रुचि और कार्रवाई दिखाएँ। हालांकि ट्रम्प और पुतिन के बीच संभावित बैठक “पूरी तरह असंभव नहीं” है, लेकिन व्हाइट हाउस चाहता है कि इस बैठक का कोई ठोस सकारात्मक परिणाम निकलें और राष्ट्रपति का समय सही दिशा में इस्तेमाल हो। लेविट ने बताया कि ये नए प्रतिबंध “काफी कठोर” हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत और चीन ने रूस से तेल की खरीद कम कर दी है। इसके अलावा, अमेरिका ने यूरोपीय सहयोगियों पर भी रूस का तेल न खरीदने का दबाव डाला है। लेविट ने कहा, “ये प्रतिबंध निश्चित रूप से रूस के लिए नुकसानदेह होंगे।

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