राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क कानपुर देहात। जिलाधिकारी के निर्देशन में सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर बाल श्रम के विरूद्ध आम जनमानस में व्यापक जागरूकता करने हेतु दिनांक 12 जून से 17 जून 2025 के मध्य बाल श्रम निषेध सप्ताह आयोजित किये जाने के निर्देश के क्रम में 12 जून 2025 को बाल श्रम निषेध विषय पर एक गोष्ठी अमूल डेयरी माती में आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में कारखाने में कार्यरत श्रमिकों के अतिरिक्त अन्य संगठनों एवं कारखाना प्रबन्धन की तरफ से विकम चौधरी, कारखाना प्रबन्धक, एसबी सिंह, कारखाना हेड एवं अश्विन कुमार, एचआर मैनेजर आदि उपस्थित रहें। गोष्ठी का आयोजन सहायक श्रमायुक्त द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के साथ समन्वय स्थापित करते हुये किया गया जिसमें हिमांशु सिहं, अपर जिला जज भी उपस्थित रहें। इस अवसर पर सहायक श्रमायुक्त द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के सम्बन्ध में, बाल श्रम के कारणों एवं रोकथाम के सम्बन्ध में, विद्यिक व्यवस्था के साथसाथ सामाजिक जागरूकता पर प्रकाश डाला गया एवं बताया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बाल श्रम को प्रदेश से समाप्त करने के लिये वर्ष 2027 तक लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमे समाज के प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग की अपेक्षा है। सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि बाल श्रम एक सामाजिक बुराई है जिसे सिर्फ कानूनी प्राविधानों से ही समाप्त नहीं किया जा सकता बल्कि समाज में बाल श्रम के दुष्प्रभावों के प्रति जनमानस में जागरूकता पैदा करने की आवश्यक है। मौके पर मौजूद लोगो से सहायक श्रमायुक्त द्वारा अपील की गई कि यदि कही भी बाल श्रम किया होता पाया जाता है तो प्रत्येक व्यक्ति को उसके सेवायोजकों को इस बारे में आवश्यक रूप से सचेत करना चाहिए। जिससे लोगो के मन में बाल श्रम न कराने की चेतना जाग्रति हो। सहायक श्रमायुक्त द्वारा उपस्थित लोगो के मध्य बाल श्रम रोकने की शपथ भी दिलाई गई। बाल श्रम की जागरूकता के लिये एक वृहद हस्ताक्षर का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है तथा उक्त अवधि में बाल श्रम नियोजित करने वाले सेवायोजक के विरूद्ध एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। एडीजे द्वारा भी कानूनी प्राविधानों के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता के माध्यम से बाल श्रम रोकने पर जोर दिया गया एवं बताया गया कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी के साथ बाल श्रम रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाना चाहिए तभी हम उत्तर प्रदेश सरकार की बाल श्रम मुक्त प्रदेश की संकल्पना को साकार कर सकते है। इस अवसर पर कार्यक्रम में राजेश श्रीवास्तव, श्रम प्रवर्तन अधिकारी गण अरविन्द कुमार सोनकर, अनूप शंकर बाजपेई, प्रधान सहायक, ऐश्वर्य त्रिपाठी, संदीप द्विवेदी, अभय कुमार एवं सुदेश कुमार आदि मौजूद रहे।

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