
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क पनकी कानपुर,। क्षेत्रीय युवक ने अपनी ईमानदारी की एक मिसाइल पेश की। पनकी निवासी गिरिजा शंकर का पुत्र सूरज मिश्रा ओला कार ड्राइवर है। सूरज की मां अल्का मिश्रा ऑपरेशन विजय से जुड़ी है। गुरुवार शाम सूरज को चकेरी रोड पर एक सूटकेस पड़ा हुआ मिला। घर आकर देखा तो उसने लाखों की ज्वेलरी और नकदी के अलावा पासपोर्ट समेत कुछ जरूरी दस्तावेज भी थे।पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों से पता चला कि सूटकेस एच ए एल के एजीएम वेद प्रकाश मिश्रा का है। जिसके बाद अल्का मिश्रा ने इसकी जानकारी अपने संगठन ऑपरेशन विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह को दी।शिवमंगल ने सूटकेस को सही हाथों में पहुंचाने की जिम्मेदारी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विवेश यादव को सौंपी। विवेश यादव ने मामले से पुलिस कमिश्नर अखिल यादव को अवगत कराते हुए वेदप्रकाश मिश्रा को भी जानकारी दी।वेदप्रकाश ने जैसे ही सूटकेश मिलने की बात सुनी उन्हें यकीन नहीं हुआ। आनन फानन में वेदप्रकाश अपने परिवार और अन्य कई लोगों के साथ पनकी स्थित ऑपरेशन विजय कार्यालय पहुंचे। जहां पर विवेश यादव ने उन्हें सूटकेश खोलकर दिखाते हुए सौंप दिया। लाखों की ज्वेलरी और नकदी भरा सूटकेश देखकर उनकी आंखों में आंसू आ गए।उन्होंने ऑपरेशन विजय के पदाधिकारियों का आभार जताया और सूरज मिश्रा की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि यकीन नहीं होता कि आज भी ऐसे लोग और ऐसे संगठन हैं जिनकी दौलत देखकर भी नियत नहीं बदलती। उन्होंने बताया कि दिल्ली से वापसी आते समय उनकी कार की डिक्की का लॉक खुल गया और सूटकेस सड़क पर गिर गया था।सूटकेस वापस मिलने पर एजीएम की आंखों में पानी आ गया।उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों की भी जमकर प्रशंसा की।