
एक से 19 साल के 4.57 लाख बच्चों को पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाने का लक्ष्य
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरविंद सचान ने बताया है कि जनपद के चार ब्लाक बेहंदर, कछौना, शाहाबाद, एवं सुरसा में 11 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) का आयोजन होगा जिसके तहत एक से 19 साल की आयु के बच्चों को पेट से कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि एक से 19 साल की आयु के 4.57 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। एनडीडी साल में दो बार आयोजित होता है फरवरी और अगस्त में चार ब्लाक में एनडीडी के माध्यम से तथा अन्य 15 ब्लाक में सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी। नोडल अधिकारी डॉ.शरद वैश्य ने बताया कि एक से छह साल तक की आयु के सभी पंजीकृत, गैर पंजीकृत बच्चों तथा छह से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों, ईंट भट्टों पर कार्य करने वाले श्रमिक एवं घुमंतू लाभार्थियों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी। छह से 19 वर्ष तक के सभी छात्र-छात्राओं को सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों, मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। एक से दो साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल की 400 मिलीग्राम की आधी गोली तथा दो से 19 वर्ष के बच्चों को 400 मिलीग्राम की पूरी गोली खिलाई जानी है। गोली को चबाकर अथवा पीसकर पानी के साथ खिलाना है। दवा खाली पेट नहीं खानी है और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या शिक्षक के सामने ही खानी है बाद में खाने के लिए नहीं देनी है। जो बच्चे किसी कारण वश दवा खाने से रह जाते हैं उन्हें 14 अगस्त को माप अप राउंड के तहत दवा खिलाई जाएगी। कृमि संक्रमण से कई लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे दस्त पेट में दर्द कमजोरी उल्टी और भूख ना लगना, बच्चों में कीड़े की मात्रा जितनी अधिक होगी लक्षण उतने ही अधिक होंगे। हल्के संक्रमण वाले बच्चों में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। कृमि मनुष्य की आंत में रहते हैं और जीवित रहने के लिए मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खा जाते हैं कृमि संक्रमण से बचाव का सुरक्षित और लाभकारी तरीका है एल्बेंडाजोल का सेवन। कृमि संक्रमण से बचाव के लिये नाखून साफ और छोटे रखें, हमेशा साफ पानी पीयें, खाने को ढक कर रखें, साफ पानी से फल व सब्जियां धोएं, आसपास सफाई रखें, जूते पहने, खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें, अपने हाथ साबुन से धोएं विशेष कर खाने से पहले और शौच जाने के बाद।