
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। कर्नाटक में सीएम पद को लेकर जारी कथित खींचतान फिलहाल थमती नजर आ रही है। डीके शिवकुमार ने सीएम पर अपनी दावेदारी से कदम पीछे खींच लिए हैं। आइए जानते हैं कि क्या हो सकती है इसकी वजहेंकर्नाटक कांग्रेस में जारी उथल पुथल फिलहाल थमती नजर आ रही है। दरअसल कर्नाटक में सिद्धारमैया को हटाकर डीके शिवकुमार को नया सीएम बनाने की चर्चा थी, लेकिन अब डीके शिवकुमार पीछे हट गए हैं। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच सुलह कराने में सफल रहे। जब सुरजेवाला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सिद्धारमैया ही सीएम रहेंगे तो डीके शिवकुमार भी वहां मौजूद थे, लेकिन कुछ बोले नहीं। इससे साफ है कि डीके शिवकुमार ने फिलहाल सीएम पद पर अपना दावा छोड़ दिया है। डीके शिवकुमार के पीछे हटने की वजह का खुलासा तो नहीं हुआ है, लेकिन सिद्धारमैया को सीएम बनाए रखने की निम्न वजह हो सकती हैं।
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डीके शिवकुमार को सीएम बनने के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ने को कहा गया। डीके शिवकुमार ऐसा नहीं चाहते थे क्योंकि उन्हें डर है कि अगर उन्होंने पद छोड़ा तो सिद्धारमैया अपने करीबी को नया प्रदेश अध्यक्ष बना सकते हैं, जिससे शिवकुमार की पार्टी से पकड़ कमजोर होगी।
विज्ञापन - सिद्धारमैया की कुर्सी बचने की दूसरी वजह बिहार चुनाव भी हो सकते हैं। दरअसल बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस पिछड़ी जाति से आने वाले नेता को सीएम पद से हटाकर बिहार में गलत संदेश नहीं देना चाहती क्योंकि बिहार में 64 प्रतिशत जनता पिछड़ी या अति पिछड़ी जाति की है।
- डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच चल रही है और वे साल 2019 में जेल भी जा चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस डीके शिवकुमार को सीएम बनाकर भ्रष्टाचार के मामले पर फंसना नहीं चाहती। ये भी एक वजह हो सकती है कि डीके शिवकुमार को अभी इंतजार करने को कहा गया है।
- आरसीबी की जीत के बाद हुई भगदड़ का मामले को ज्यादा दिन नहीं बीते हैं। इसे लेकर लोगों में अभी भी नाराजगी है। डीके शिवकुमार ने ही आयोजन की इजाजत दी थी। हादसे की वजह भीड़ के खराब प्रबंधन को बताया गया। ऐसे में ये भी एक वजह हो सकती है कि डीके शिवकुमार को कुर्सी नहीं मिली।