राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
लखनऊ। नवयुग कन्या महाविद्यालय और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से महाविद्यालय में केंद्रीय बजट 2024 पर चर्चा की गई। जिसमें विशेषज्ञों ने बजट के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि इसमें समाज के हर वर्ग के लोगों का ख्याल रखा गया है।
परिचर्चा का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय के निर्देशन पर हुआ। परिचर्चा की शुरुआत में विशेष अतिथि केकेवी लखनऊ की अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गुंजन पांडे तथा चार्टर्ड अकाउंटेंट आर एल बाजपेई, वाणिज्य विभाग की सहायक आचार्य डॉक्टर प्रतिमा घोष ने सरस्वती मां की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। बजट पैनल में प्रो. गुंजन पांडे, बप्पा नारायण, सीआर बाजपेयी, प्रो. मंजुला उपाध्याय, डॉ. अनुरिमा बनर्जी और मुस्कान रहे। प्रो. गुंजन द्वारा रोजगार के लिए नई योजनाओं, आर्थिक क्षेत्र में महिलाओं की अधिक भागीदारी, घरेलू संस्थानों में उच्च शिक्षा का समर्थन करने की योजनाएं, छात्रों के लिए ई बाउचर, नव युवकों के लिए नौकरी के अवसर और इंटर्नशिप प्रावधान, स्टार्टअप और स्वयं सहायता समूह के बारे में विस्तृत रुप से जानकारी दी गई। आर एल बाजपाई ने ओल्ड पेंशन रिजीम और नई पेंशन रिजीम के बारे में विस्तार से बताया। प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने प्राकृतिक खेती, पर्यटन विकास, गरीबों के लिए योजनाओं को जारी रखने, एंजल टैक्स के उन्मूलन के सकारात्मक प्रभावों तथा नवीकरणीय ऊर्जा और कई अन्य पहलुओं के संबंध में केंद्रीय बजट पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ अनुरिमा बनर्जी ने बजट के व्यापक आर्थिक पहलुओं, आदिवासी प्रोत्साहन और ढांचागत विकास पर सभी का ध्यान केंद्रित किया। वाणिज्य विभाग की डॉ अरिमा पांडे ने केंद्रीय बजट में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पहलू साझा किए। वाणिज्य विभाग की डॉ सुखमणि गांधी ने रोजगार योजना और डॉ प्रतिभा चौहान ने केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण प्रावधानों पर चर्चा की।