
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ : उत्तर प्रदेश से कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा एक बार फिर ऐतिहासिक अंदाज़ में शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में पांच वर्षों के बाद इस पवित्र यात्रा के पहले जत्थे को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहले दल में कुल 39 श्रद्धालु शामिल थे।
लखनऊ से बस रवाना होने के अवसर पर सांसद अतुल गर्ग, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, आचार्य प्रमोद कृष्णम, प्रमुख सचिव धर्मार्थ कार्य एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, जिलाधिकारी दीपक मीणा समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान “हर हर महादेव” के जयघोषों से वातावरण गूंज उठा।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन संस्कृति को पुनर्जीवित करने की दिशा में अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सांसद अतुल गर्ग ने तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दीं, वहीं मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि यह गौरव की बात है कि उनकी विधानसभा से यात्रा का आरंभ हुआ।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मोदी-योगी युग में सनातन संस्कृति को नई चेतना मिली है। इस आयोजन में पर्यटन निगम की एमडी सान्या छाबड़ा, श्री काशी धाम मंदिर न्यास के सीईओ एवं संयुक्त निदेशक विश्व भूषण मिश्र सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
श्री मिश्र ने जानकारी दी कि यात्रा से लौटने पर सभी श्रद्धालुओं को एक विशेष रुद्राक्ष माला और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए एक वर्ष तक वैध क्यूआर कोड युक्त विशेष दर्शन कार्ड प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें और उनके चार परिजनों को प्राथमिकता प्राप्त होगी। हालांकि, यह सुविधा महाशिवरात्रि, सावन सोमवार और रंगभरी एकादशी जैसे पर्वों पर मान्य नहीं होगी।
इस नई व्यवस्था से श्रद्धालुओं में उत्साह की लहर दौड़ गई है। यह यात्रा प्रदेश सरकार की आस्था, संस्कृति और श्रद्धालु सेवा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।