
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : प्रदेशीय नेतृत्व के आवाहन पर अटेवा पेंशन बचाओ मंच हरदोई ने स्कूलों के मर्जर/बन्द किये जाने,निजीकरण, एन पी एस/यू पी एस के विरोध में शहर के मुख्य मार्गों पर “रोष मार्च” निकाल कर विरोध जताया। यह मार्च राजकीय इंटर कॉलेज, हरदोई से निकल कर नुमाईश चौराहा,बड़ा चौराहा,सिनेमा चौराहा, शोल्जर बोर्ड चौराहे से होकर कलेक्ट्रेट ऑफिस पर समाप्त हुआ। कलेक्ट्रेट कार्यलय पर पहुचकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित उक्त प्रकरणों का ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया। इस रोष मार्च निकलने से पूर्व सभा को संबोधित करते हुए मंच के जिलाध्यक्ष डॉ जैनुल खान ने कहा कि सरकार निजीकरण के नाम पर स्कूलों व शैक्षिक संस्थानों को बंद कर रही है देश की शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर रही है। शिक्षा अधिकार कानून के तहत देश/प्रदेश में प्रत्येक 1 किलोमीटर की दूरी पर स्कूल खोले गए ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से बंचित न रह जाय।लेकिन मौजूदा सरकार इन स्कूलों को बंद/मर्जर कर रही है। स्कूल दूर होने पर या बंद होने पर हजारों छात्र विशेषकर छात्राओं को अनेकों कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा ।सरकार को चाहिए कि वह स्कूलों को बंद/मर्ज न करके स्कूलों में संसाधन मुहैया कराए,शिक्षकों की भर्ती कर देश और प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी हो।
महामंत्रीसायुज्य मिश्र ने कहा कि सरकार जबरन कर्मचारियों पर एन. पी एस/यू पी एस को थोप रही है।इन योजनाओं को लागू करना कर्मचारियों के छल है धोखा है। सरकार द्वारा लागू की गई यू पी एस को कर्मचारियों ने एक सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा जब तक सरकार पुरानी पेंशन व्यवस्था को वापस लागू नही करती अटेवा का ये आंदोलन जारी रहेगा।मार्च प्रभारी व सह प्रभारी सत्येंद्र विक्रम दिवाकर व डिम्पल वर्मा ने एक स्वर में निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि निजीकरण देश व देशवासियों दोनों के लिए घातक है।सरकार को निजीकरण को बढ़ावा न देकर देश की संस्थाओं को अपने हाथों में ही रखना चाहिए
इस कार्यक्रम में दिनेश कुमार रावत,रमेश वर्मा,सुरजीत सिंह,अनुपम शर्मा,उपेंद्र शंकर लालआदि लोग मौजूद रहे