Rukmani Mangal Katha emphasizes the importance of daughters
  • August 5, 2025
  • kamalkumar
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राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : विश्व मंगल परिवार सेवा संस्थान एवं सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान के तत्वावधान में डॉ. राम मनोहर लोहिया स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अल्लीपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के षष्ठम दिवस पर पूज्य देवी महेश्वरी श्रीजी ने गोवर्धन पूजा के पश्चात श्रीकृष्ण की लीलाओं का मनोहारी वर्णन किया। कथा में कालिया नाग का मान मर्दन, चीर हरण, रास लीला, मथुरा गमन, कंस वध, उद्धव प्रसंग आदि घटनाओं का जीवंत चित्रण किया गया।

इसके साथ ही रुक्मणि मंगल की कथा भी सजीव झांकियों के माध्यम से श्रवण कराई गई, जिसे देखकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।

कथा के दौरान देवी महेश्वरी श्रीजी ने बेटियों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं। उन्हें गर्भ में मारना घोर पाप है। जब किसी व्यक्ति के बहुत पुण्य उदय होते हैं तभी उसे बेटी का सौभाग्य मिलता है और कन्यादान जैसा शुभ अवसर प्राप्त होता है।

उन्होंने कहा कि आज बेटियां भी वह सब कर सकती हैं जो बेटे करते हैं। बेटे संपत्ति में हिस्सा मांगते हैं और बेटियां माता-पिता का सच्चा प्रेम निभाती हैं।

कथा श्रवण हेतु मुख्य रूप से ओम प्रकाश शुक्ला अज्ञात, माया प्रकाश पाठक, करतार सिंह, दिनेश कुमार गर्ग, पीयूष त्रिपाठी, श्याम मनोहर, देवेंद्र पाल सिंह, कृष्ण कुमार, हरिशंकर दीक्षित, शशि दुबे, विंधेश्वरी, बिंदेश्वरी पांडे आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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