
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखीमपुर खीरी : कृषक समाज इंटर कॉलेज गोला में आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का आयोजन प्रधानाचार्य अनंत प्रकाश सरोज की अध्यक्षता एवं मुख्य अतिथि नगर के जाने माने चिकित्सक एवं समाजसेवी विद्यालय के पुरातन छात्र परिषद के सचिव डॉ रविंद्र नाथ वर्मा के द्वारा संपन्न हुआ। डॉ रवींद्र नाथ वर्मा ने बताया कि आज जब हम विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मना रहे हैं तो यह स्वीकार करें कि प्रकृति संरक्षण की शुरुआत बाहर से नहीं, अंदर से होनी चहिए जल, वायु, वृक्ष, नदियाँ, पर्वत और जीव, ये सभी प्रकृति के अंग हैं जो जीवन को संभव और टिकाऊ बनाते हैं। यदि प्रकृति है, तभी हमारा भविष्य सुरक्षित है, और तभी हमारी संस्कृति जीवंत रह सकती है। हमारी संस्कृति हमेशा वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना पर आधारित रहती है। जहाँ जीव-जंतुओं, वृक्षों और नदियों को भी ईश्वर के रूप में पूजा जाता है। जब हम प्रकृति का सम्मान करते हैं, तो हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी जीवित रखते हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि आज प्रदूषण, वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियाँ सिर्फ पर्यावरण की नहीं, बल्कि मानवता की भी हैं। यदि हमने अभी भी प्रकृति का संरक्षण नहीं किया तो आने वाले वृक्ष को केवल संकट और सूखे विरासत में शामिल करें। इसलिए समय की पुकार है प्रकृति को पूजने नहीं, उसकी रक्षा भी करें प्रधानाचार्य अनन्त प्रकाश सरोज ने बताया कि आईए आज श्रावण के तीसरे सोमवार संकल्प लें एक पेड़ मां के नाम और एक पेड़ धरती मां के नाम पर अंकित कर प्रकृति संरक्षण का संकल्प लें।कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थी सहित लखपत भारती ,ओम प्रकाश, आरती गुप्ता, रागिनी देवी उपस्थित रही एवं संचालन देवेंद्र सिंह ने किया।