राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क।
हरदोई। शाहाबाद तहसील परिसर में धरना देने पहुंचे विभिन्न किसान संगठन के पदाधिकारियों को तहसीलदार ने दलाल कह दिया। इसके बाद भड़के किसान बिना वार्ता किए ही हरदोई के लिए कूच कर गए। माहौल की नजाकत को देखते सीओ और कोतवाल ने किसानों से वार्ता कर किसी तरह से उनको शांत कराया। बाद में फिर से तहसील परिसर पहुंचे किसानों से तहसीलदार ने माफी मांगी। इसके बाद पदाधिकारी अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए ज्ञापन देकर लौट आए।
बुधवार को किसान अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए तहसील परिसर में धरना-प्रदर्शन करने गए थे। इसकी जानकारी होने पर एसडीएम पूनम भास्कर धरनास्थल पर आईं और किसानों से वार्ता करने लगीं। किसान बिजली समेत अन्य समस्याओं पर बात कर ही रहे थे कि तभी मौके पर आए तहसीलदार ने उनको दलाल कहकर संबोधित कर दिया। किसानों से कहा कि दलाल जैसे संगठन बनाकर ना आएं। यहां दलाली किसी की नहीं चलेगी। फिर क्या था, दलाल बोलने पर किसान उग्र हो गए और बिना वार्ता किए ही हरदोई के लिए कूच कर गए। उनका कहना था कि वह जिलाधिकारी के सामने अपनी समस्याएं रखेंगे। किसानों के तल्ख तेवर देख सीओ अनुज कुमार मिश्रा और कोतवाल राजदेव मिश्रा ने किसानों को रोककर वार्ता करनी शुरू कर दी। किसी तरह से किसानों को समझाकर फिर से कचहरी परिसर लेकर आए। यहां पर सीओ और एसडीएम ने तहसीलदार से माफी मांगने को कहा। जिस पर तहसीलदार अजय कुमार ने माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से किसी को दलाल नहीं कहा था। इसके बाद किसानों ने अपनी समस्याओं से संबंधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।