राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क
रायबरेली। स्वतंत्रता दिवस से पहले भारत विभाजन की विभीषिका की याद आज पूरा देश कर रहा है। अखंड भारत का विभाजन एक दुखद त्रासदी की तरह है, इस विषय पर शासन की तरफ से ‘‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’ मनाने का निर्णय लिया गया। इसी क्रम में सूचना विभाग की तरफ से एकता विहार कालोनी निकट सामुदायिक केन्द्र में प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी का उद्घाटन जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने फीता काटकर किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि विभाजन के कारण पलायन करने को मजबूर हुए लाखों लोग ट्रेनों से वापस आते समय सांप्रदायिक दंगों की भेंट चढ़ गए। यह मानव इतिहास की सबसे बड़ी विभीषिका थी। विश्व की किसी भी त्रासदी में इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई। इस मौके पर सामुदायिक केंद्र के हाल में ओपन प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी में भारत विभाजन विभीषिका के चित्रों के माध्यम से तत्कालीन पीड़ा से सभी को अवगत कराया गया। मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने बताया कि यह प्रदर्शनी दो दिनों तक लगी रहेगी। इस दौरान कोई भी आकर चित्रों के जरिए उस समय के विभाजन की पीड़ा को समझ सकता है। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी (वि0रा0) अमृता सिंह, जिला सूचना अधिकारी अनुराग रंजन, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी पन्नालाल, जिला संस्कृति अधिकारी नीलम, जिला क्रीड़ा अधिकारी धीरेंद्र पुरुषोत्तम सहित व्यापार मण्डल से जीसी सिंह चौहान, अवतार सिंह मोगा, राजेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।