राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
गोला गोकर्णनाथ खीरी। बजाज हिन्दुस्तान शुगर लिमिटेड चीनी मिल गोला के मिल गेट जोन के ग्राम कोटवारा में कृषक बदरे आलम के खेत पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मंत्रोच्चारण व पूजापाठ के साथ गन्ना बुआई का शुभारंभ किया गया। मानसून गन्ने की बुआई चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबंधक गन्ना पीएस चतुर्वेदी एवं एजीएम केन कॉरपोरेट कमलेश कुमारी ने अपने कर कमलो से दो-दो आंख के टुकड़ों को रिंग पिट विधि से तैयार खेत में डालकर प्रारंभ कराई।
गन्ना बुआई के उपरान्त खेत पर ही एक कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें वरिष्ठ महाप्रबंधक गन्ना ने कृषकों को बताया कि मानसून/शरद कालीन गन्ना बुआई में किसानों को गन्ने के टुकड़े काटकर गढ्ढïे से कम से कम चार फीट की दूरी पर बोयें। इस विधि से बोये गये गन्ने के सभी कल्ले मिल योग्य गन्ना बनाते है। इससे गन्ना गिरता नहीं है तथा सिंचाई, खाद व कीटनाशक का प्रयोग आसानी से गड्ढों में किया जा सकता है। साथ ही इसके साथ सहफसल के रूप में सरसों, मटर, मूली, लहसुन आदि की भी बुआई करके दोहरा लाभ ले सकते हैं। प्रबंधक गन्ना सत्येन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि मिल क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में शरद कालीन गन्ना बुआई हेतु बीज उपलब्ध है। मृदा उपचार हेतु ट्राइकोडर्मा व बीज उपचार हेतु थायोफिनेट मिथाइल मिल द्वारा कृषकों को छूट पर उपलब्ध कराया जा रहा है। गोष्ठी में क्षेत्र के प्रगतिशील किसान मुन्ना लाल वर्मा, अनिल वर्मा, फरहाद खां, रसीद खां, सर्वेश वर्मा, ओमप्रकाश यादव, चीनी मिल के सहायक महाप्रबंधक गन्ना ओडी शर्मा, वरिष्ठ प्रबन्धक गन्ना संजीव सिरोही, उप प्रबन्धक गन्ना राजेश मिश्र, सहायक गन्ना अधिकारी रावेन्द्र कुमार व ओमकार वर्मा आदि मौजूद रहे।